वनमाली सप्रे स्मृति समारोह के अंतर्गत दिनांक 26 अक्टूबर 2024 को शहीद स्मारक सभागृह में शास्त्रीय संगीत समारोह का आयोजन, कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रोफेसर रूपकुमार सोनी एवं डॉक्टर बलवंत हर्षे रहे.
रेवांचल टाईम्स – कार्यक्रम की प्रथम प्रस्तुति में कलकत्ता से पधारी सृजनी बनर्जी ने राग पुरिया कल्याण से सितार वादन का आरंभ किया. आपने इसमें आलाप, जोड़ ,झाला के साथ तीन ताल में बड़ी एवं छोटी गत प्रस्तुत की. आपने अपने कार्यक्रम का समापन मांज खमाज में एक धुन प्रस्तुत के किया. आपके साथ तबले पर मधुर संगत भोपाल से पधारे श्री रामेंद्र सोलंकी ने की.
कार्यक्रम के दूसरे चरण में हैदराबाद से प्रसिद्ध कत्थक नृत्यांगना मुक्ति श्री की प्रस्तुति रही. कार्यक्रम का आरंभ गुरु वंदना से हुआ. इसके पश्चात आपने तीनताल में थाट,आमद, परण, टुकड़े आदि नृत्य के विभिन्न प्रकार प्रस्तुत किए. द्रुत तीन ताल में विशेषतः गिनतियां, तिहाईयां, चक्रदार , परण प्रस्तुत की. जो गुरु शमा भाटे, पंडित सुरेश तलवलकर, पंडित बिरजू महाराज, उस्ताद अल्लराखा जी द्वारा रचित रही. तत्पश्चात आपने एक भजन प्रस्तुत किया. कार्यक्रम का समापन तराने की प्रस्तुति द्वारा हुआ. इसे आपकी शिष्या आरुषि दीक्षित व पुत्री अन्वी श्री के साथ संयुक्त प्रस्तुत किया गया. आपके साथ संगत हेतु पुणे से पधारे तबले पर आयुष कुलकर्णी, पखावज पर कृष्णा सालुंके, गायन में सुरजन खंडालकर एवं हारमोनियम पर अथर्व कुलकर्णी रहे.
संचालन माधुरी काने टकर , मधु नागराज एवं श्रीनिवास राव द्वारा किया गया. कार्यक्रम के समापन में संयोजक प्रोफेसर अखिलेश सप्रे ने आभार प्रस्तुत किया.