मजदूरों का नहीं किया गया भुगतान और अधूरे निर्माण को पूरा करने इन्हीं से मांगा जा रहा चंदा पुराने कूपों में कराया गया नया निर्माण वो भी है अधूरा

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रेवांचल टाईम्स – मंडला आदिवासी बाहुल्य ज़िले की ग्राम पंचायतों में समय पर मजदूरों को भुगतान न देना, काम भी अधूरा, राशि खर्च ऊपर से अधूरे काम को पूरा कराने के लिए इन्हीं मजदूरों से चंदा वसूलने की बात करना कहॉ तक उचित है, शायद इसी रवैये की वजह से जिले के आदिवासी मजदूर अपने ज़िले को छोड़ कर दूर-दूर मज़दूरी करने पलायन के लिए मजबूर हो जाते हैं। क्या इनकी समस्या का कोई निदान नहीं हैं और इन ग़रीबो को मज़दूरी भुगतान और इनके हक़ का पैसा निदान के लिए हमारे विधायक, सांसद व मंत्री का दिल पसीजेगा ?

हम बात कर रहे हैं घुघरी ब्लॉक की ग्राम पंचायत उमरिया की, जहॉ पर दो अलग-अलग मोहल्ले के पुराने कूपों में नया निर्माण वर्ष 2022 से कराया जा रहा है, जिसके काम की शुरूआत जेसीबी मशीन से करायी गई थी, फिर बाद में स्थानीय मोहल्ले के लगभग 35-35 मजदूरों से भीषण गर्मी नौतपा के समय काम लिया गया था, लेकिन इन मजदूरों को आज तक भुगतान नहीं दिया गया, और राशि खर्च होना बताया जा रहा है। साथ ही काम भी अधूरा है, कूपों के आसपास समतलीकरण, कांक्रीट करना एवं जाली लगाना आदि काम शेष है। अभी उक्त निर्माण उपयोगी नहीं है, स्थानीय लोगों को दूर-दूर से पानी लाना पड़ता है। आश्चर्य की बात तो यह है कि उक्त निर्माण कार्य को पूरा करने के लिए इन्हीं मजदूरों से पॉच-पॉच सौ रूपये चंदा वसूलने की बात सरपंच-सचिव द्वारा की जा रही है। शायद ऐंसे ही रवैये व शोषण पध्दति की वजह से क्षेत्र के मजदूर अपना परिवार छोड़कर शिकायत करने के चक्कर में न पड़ते हुए दूर-दूर पलायन करने को मजबूर हो जाते हैं। और हमारे जनप्रतिनिधि व जिम्मेमदार अधिकारी ऐंसे विषयों को कहॉ तक गम्भीरता से लेते हैं ये तो वो ही जानें।

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