जनपद के सहायक लेखा अधिकारी कर रहे है, मनमाना भुगतान जिला पंचायत के सीईओ ने जारी किया पांच दिन का वेतन काटने का आदेश, अनुमति से किया अधिक भुगतान…

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रेवांचल टाईम्स – मंडला, आदिवासी बाहुल्य जिले की जनपद पंचायतो में बाबू राज चल रहा है और इन दिनों जनपद पंचायतों में बरगद के पेड़ की तरह सालों से बाबू अब अपने मनमाने रवैया से लोग परेशान हो चुके है शिकायते का बाद इनका स्थान्तरण किया जाता पर भी आपसी तालमेल बना कर उसी कुर्सी में जमे रहना चाहते हैं,
वही सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार जनपद पंचायत मोहगांव में पदस्थ सहायक लेखा अधिकारी राजेश कातुलकर के ऊपर गंभीर लापरवाही बरतने पर जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी ने पांच दिन का वेतन काटने का आदेश जारी किया गया है। मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत मंडला ने अपने आदेश पत्र क्रमांक एनआरईजी/जीपी- एसटीएबी/2024-25/3078 कार्यालय अतिरिक्त जिला कार्यक्रम समन्वयक महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी स्कीम पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग जिला मण्डला आदेश मण्डला दिनांक 27 सितम्बर 2024 में बताया गया कि वित्तीय वर्ष 2023-24 के लंबित प्रर्दशित सामग्री भुगतान हेतु कार्यालयीन पत्र क्रमांक /1097 दिनांक 14 जून 2024 के माध्यम से जारी की गई अनुमति की राशि 66.14 लाख में से जनपद पंचायत मोहगांव द्वारा राशि 0.51 लाख रूपये का अधिक व्यय किया गया जिसमें जिला स्तर से की गई जांच में सहायक लेखाधिकारी जनपद पंचायत मोहगांव द्वारा कार्य में लापरवाही किया जाना पाया गया है। साथ ही जांच के दौरान यह भी पाया गया कि सहायक लेखाधिकारी मोहगांव के द्वारा तत्समय में विधिवत बिल प्राप्ति रजिस्टर का संधारण नहीं किया गया। निर्धारित सीमा से अधिक व्यय किया जाना एवं बिल प्राप्ति रजिस्टर का विधिवत संधारण नहीं किया जाना सहायक लेखाधिकारी राजेश कातुलकर की अपने कार्य के प्रति गंभीर लापरवाही को प्रर्दशित करता है। उपरोक्त संबंध में राजेश कातुलकर द्वारा की गई गंभीर लापरवाही के लिए सचेत किया जाता है कि भविष्य में उक्त कृत्य की पुनरावृत्ति न हो तथा राजेश कातुलकर के माह सितम्बर के 2024 के वेतन से 5 दिवस के वेतन की कटौती की जाती है।
वही यह आदेश तत्काल प्रभावशील होगा। लंबे समय से इस तरह
की लापरवाही चल रही है। भुगतान के अलावा रिकॉर्ड संधारण में भी जिम्मेदार अधिकारी लापरवाही बरतते हैं। बता दें कि पंचायती राज को लागू हुए 20 साल बीत चुकें हैं।

वही आखिर पंचायतों का विकास क्यो नही हो पा रहा है। जबकि शासन पंचायतों के विकास के लिए करोड़ो रूपये उपलब्ध करा रही है। जिले की अनेक ग्राम पंचायतें आजादी के बाद से आज तक मूलभूत सुविधाओं की बाट जोह रहे हैं। यहां निवासरत ग्रामीणों के साथ विकास के नाम पर महज छलावा किया जा रहा है। ग्रामों एवं ग्राम विकास के नाम पर करोड़ों रूपये की राशि खर्च करने के बाद भी ग्राम व
ग्रामीणों का विकास जहां का तहाँ ठहरा हुआ है। ग्राम विकास के साथ ही देश का विकास होगा और ग्रामीणों का जीवन स्तर ऊंचा उठेगा तभी हमारा देश समृद्ध और विकास के पथ पर अग्रसर होगा। योजनाओं को अमलीजामा पहनाने अधिकारियों को सौंपे गये दायित्वों का ईमानदारी से पालन न होने से मुख्यमंत्री की उक्त मंशा पर बट्टा लगता प्रतीत हो रहा है। ग्राम एवं ग्रामीणों के विकास के लिये अनेक योजनाओं का क्रियान्वयन किया है। योजनाओं के तहत मुख्यमंत्री सड़क योजना, नलजल योजना, राजीव गांधी विद्युतीकरण योजना, पंच परमेश्वर योजना, बस्ती विकास योजना, आदिवासी परियोजना, वाटर सेट जैसी अनेक योजनाओं का क्रियान्वयन तो किया जा रहा है। बावजूद इसके आज भी जिला मुख्यालय के दूरस्थ ऐसे अनेक ग्राम हैं जो इन सुविधाओं की बाट जोह रहे हैं। यहां
आजादी के बाद से आज तक सड़क, पानी, बिजली मुलभूत की सुविधाएं नदारत हैं।
योजनाओं का क्रियान्वयन तो किया जाता है लेकिन योजनाओं को अमलीजामा पहनाने जिम्मेदार अधिकारी कर्मचारियों
द्वारा कार्य में लापरवाही मनमानी बरती
जाने के कारण योजनाएं साकार रूप नहीं
ले पाती है। योजनाओं के नाम पर करोड़ों
रूपये की राशि खर्च तो की जाती है लेकिन
किये जाने वाले कार्यों की सही पारदर्शिता
व मॉनिटरिंग न होने के चलते सरेआम
धांधली मनमानी का खेल खेला जा रहा है।
समग्र स्वच्छता अभियान के तहत घर-घर
में शौचालय का निर्माण कराया जाना था
लेकिन इस अभियान का पंचायतों में सही
तरीके से क्रियान्वयन नहीं किया जा रहा है। शायद यही वजह है कि पंचायती
अमला लापरवाह हो गया है और वे निर्माण
कार्यों को या तो पूर्ण नही करते हैं या फिर
घटिया निर्माण करा कर सरकारी धन की लूट मचाते हुए सरकार राशि में बंदरवाट कर रहे हैं। औऱ जिम्मेदार अधिकारी कर्मचारी भी अपने निजी स्वार्थों के चलते सब आँख मुँह बन्द करके बैठें हुए है। औऱ अब बड़ा सवाल यह कि क्या अनुमति से किये अधिक भुगतान वापस होंगे और क्या वेतन भर काटकर कागजों की खाना पूर्ति की जाऐगी।

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