शाहपुरा पटवारी की कार्यप्रणाली से लोगो मे रोष, पटवारी बदलने की हो रही मांग…
रेवांचल टाईम्स, – डिंडोरी शहपुरा में पदस्थ पटवारी गरीबा यादव की कार्यप्रणाली से स्थानीय लोगो मे रोष व्यप्त है देखने मे आया कि साल साल से लबिंत नामांतरण इनके द्वारा नही चढ़ाए जा रहे है लोगो को अपने चक्कर कटवा रहे है और ऐसा इनके द्वारा क्यो किया जा रहा है ये तो वो खुद ही जाने किसी का सीमांकन नही किया जा रहा है तो किसी के समय मे दस्तावेज दुरुस्त नही किये जा रहे है जिसके कारण लोगो को मजबूरी में 181 कई शरण लेनी पढ़ रही है विदित हो कि इनके पूर्व में यहां पदस्थ विजय श्रीवास के द्वारा लोगो के समय काम पर किये जाते है उसके बाद भी उनको हटा दिया गया और उनके हटने के बाद बीच मे एक और पटवारी को लाया गया उसके बाद से जब से ये शाहपुरा हल्का क्रमांक 44 देख रहे है लोग इनकी कार्यप्रणाली से परेशान है । आये दिन लोगो के इनके चक्कर काटना पड़ रहा है कभी इस काम का कभी उस काम का हवाला देकर लोगो को परेशान किया जा रहा है ।
उक्त पटवारी को न जाने किस बात का गुरुर है जो अधिकारियों से भी नही डरते वह तो आवेदक से सीधे बोल देते है जहाँ लगे शिकायत कर देना ।
होती है अधिकारियों को परेशानी—-विदित हो कि सब काम पटवारी के हाथों से होना होता है मगर पटवारी की लचर कार्यप्रणाली के चलते लोगो को न चाहते हुए भी 181,जनसुनवाई, समाधान ऑनलाइन की शरण लेनी पड़ती है और पटवारी का काम न करने का खमियाजा अधिकारीयो को भुगतना पड़ता है जिसके कारण अधिकारीयो की ग्रेडिंग खराब होती है वर्तमान समय मे शाहपुरा तहसील दार पुष्पेंद्र पन्द्रों की कार्यशैली से सब खुश है मगर इनके अधीनस्त पटवारी हल्का 44 के कारण इनकी ग्रेडिंग खराब हो रही है लोगो ने पटवारी बदलने की मांग की है ।ताकि लोगो के काम समय मे हो सके और अधिकारी की ग्रेडिंग खराब न हो ।जानकारी के अनुसार मार्च 2022 का एक बटवारे के केश में 181 लगी है जो शिक़ायत एल 3 तक पहुँच गई उसके बाद भी उक्त पटवारी रिकार्ड में नाम नही चढा रहा है 2 साल से अधिक समय हो जाने के बाद भी इनके द्वारा इस तरह से नामातंरण के केश नही चढ़ाए जाना समझ के परे है ।जब इस संदर्भ में अधिकारियों ने पटवारी से पूछा तो उनने अधिकारियों को कभी आदेश न देने की बात कहकर तो कभी फर्द न देने की बात कहकर तो कभी नक्सा की बात कहकर गोल गोल घुमा दिया जबकि जिस व्यक्ति का आदेश हुआ है उनने फर्द और आदेश दोनो पटवारी को दिया है इसके बाद भी पटवारी हल्का 44 रिकॉर्ड में नाम नही चढा रहे है ।