“व्यावसायिक कौशल के विकास में मानसिक स्वास्थ्य की भूमिका” विषय पर आयोजित एक दिवसीय परिचर्चा एवं परामर्श शिविर
रेवांचल टाईम्स – व्यावसायिक विकास हेतु परामर्श की भूमिका महत्वपूर्ण है प्रो राजेश वर्मा, कुलगुरु, रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय।
विश्वविद्यालय व्यावसायिक अध्ययन एवं कौशल विकास संस्थान द्वारा व्यावसायिक पाठ्यक्रमों में पी जी डिप्लोमा इन गाइडेंस एवं काउन्सलिंग, बैचलर ऑफ वोकेशन इन इंटीरियर डिज़ाइन एवं फैशन टेक्नोलॉजी पाठ्यक्रम द्वारा एक दिवसीय परिचर्चा में मुख्य अतिथि प्रो. एस पी गौतम, अध्यक्ष महाकौशल विज्ञान परिषद, ने कहा कि जीविका और जीवन मे मन,बुध्दि, चित्त एवं अहंकार चारो की समझ को आवश्यक बताया।।
सारस्वत अतिथि श्री अंकित रॉय संगठन मंत्री, विज्ञान भारती (मध्यप्रदेश/ छत्तीसगढ़) ने भारतीय वैज्ञानिक चिंतन को महत्वपूर्ण बताते हुए आपके भविष्य की संभावना को उज्ज्वल बनाने पर जोर दिया।।
विशिष्ट अतिथि- डॉ रतनेश कुरारिया मनोचिकित्सक, पूर्व सी एम ओ, विक्टोरिया अस्पताल ने anxity,अवसाद,आदि मनोविकारों को विस्तार पूर्वक बताया।।
विशिष्ट अतिथि- डॉ स्वप्निल अग्रवाल, माइंड क्लीनिक, मनोचिकित्सक, जबलपुर रहे।।
तकनीकी सत्र के विषय विशेषज्ञों में विशिष्ट अतिथि- श्री शुभम रघुवंशी, मैनेजिंग डायरेक्टर, A S B C डिज़ाइन, चांदनी बिल्डिकाम, जबलपुर ने इंटीरियर डेकोरेशन, विषय पर व्याख्यान दिया.
श्री अनुराग जैन प्रेसिडेंट, जबलपुर एपेरल इनोवेशन एन्ड मैन्युफैक्चरिंग associan ने फैशन टेक्नोलॉजी विषय पर भविष्य की संभावनाएं व्यक्त की।।।
श्री अजय तिवारी जिला संयोजक, सेडमैप,जबलपुर ने उद्यमिता विकास के विभिन्न शासकीय योजनाओं को प्रतिभागी जनो को समझया।।
प्रो सुरेंद्र सिंह निदेशक, कौशल विकास संस्थान ने स्वागत उदबोधन में कहा कि साइकोमेट्रिक टेस्ट एवं परामर्श के द्वारा विश्वविद्यालय के समस्त छात्र-छात्राओं की अभिरुचि, व्यक्तित्व और व्यवहारिक कौशल का मूल्यांकन कर भविष्य को साकार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है
कार्यक्रम में उद्यमिता विकास केंद द्वारा चलाये जा रहे सिलाई प्रशिक्षण एवं सेडमैप के द्वारा 45 दिवसीय सिलाई प्रतिक्षित प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र वितरण किये गए।
प्रो राजेश वर्मा कुलगुरु, रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय ने व्यावसायिक अध्ययन एवं कौशल विकास के तहत चलाये जा रहे व्यावसायिक पाठ्यक्रमों,कौशल विकास के विभिन्न मॉड्यूल्स,व्यक्तित्व विकास एवं सॉफ्ट स्किल के साथ साथ रोजगार, स्वरोजगार, उद्यमिता एवं आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देने के उद्देश्य से नवीन पाठ्यक्रम में सर्टिफिकेट एवं डिप्लोमा पाठ्यक्रमों – पी.जी. डिप्लोमा इन गाइडेन्स एन्ड काउंसलिंग, फ़ैशन डिज़ाइन एवं सिलाई प्रशिक्षण, बी वॉक इंटीरियर टेक्नोलॉजी, एवं फैशन टेक्नोलॉजी आदि के पाठ्यक्रमों द्वारा मानवीय जीवन मूल्यों के साथ-साथ फिजिकल/मेन्टल हेल्थ की आवश्यकता को सभी शिक्षण विभागों के नवागत है।
कार्यक्रम का संचालन डॉ मीनल दुबे द्वारा किया गया। कार्यक्रम में सुश्री प्रियंका सिंह, ई महावीर त्रिपाठी, सम्राट बोस, प्रो एम एल साहू, डॉ रोहित पांडे, डॉ संस्कला पटेल, डॉ श्वेता तिवारी, सुश्री भावना यादव, मृदुल त्रिपाठी, आशीष जैन, श्वेता दुबे, मयंक इटोरिया, रमा तिवारी आदि समस्त फेकल्टी एवं छात्र छत्राये उपस्थित थे।