संविधान की शपथ लेकर बाबा साहब का अपमान बर्दाश्त नहीं: संयुक्त प्रदर्शन में उठी मांग
जबलपुर।
संविधान और बाबा साहब भीमराव अंबेडकर का अपमान करने के आरोप में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के खिलाफ जबलपुर में जोरदार प्रदर्शन किया गया। यह प्रदर्शन संयुक्त पिछड़ा वर्ग मोर्चा और सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी के तत्वावधान में आयोजित किया गया। मालवीय चौक पर हुए इस प्रदर्शन में SC, ST, OBC और अल्पसंख्यक समुदाय के लोग बड़ी संख्या में शामिल हुए।
“बाबा साहब का अपमान, देश का अपमान”
रैली को संबोधित करते हुए सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष इरफानुल हक अंसारी ने कहा,
“संविधान की शपथ लेकर पद ग्रहण करने वाले अमित शाह ने बाबा साहब का जो अपमान किया है, वह न केवल दलित समाज का, बल्कि पूरे देश का अपमान है। यह लोकतंत्र पर सीधा हमला है। देश इसे बर्दाश्त नहीं करेगा।”
उन्होंने जोर देकर कहा कि गृहमंत्री को तुरंत माफी मांगनी चाहिए और यदि ऐसा नहीं होता है, तो सरकार को उन्हें मंत्रिमंडल से बर्खास्त करना चाहिए।
प्रदर्शन में हुई जोरदार नारेबाजी
प्रदर्शन के दौरान सामाजिक न्याय, समानता और संविधान की रक्षा के लिए नारे लगाए गए। प्रदर्शनकारियों ने मशाल जलाकर रैली निकाली, जो शहर के हृदय स्थल मालवीय चौक से शुरू होकर उसी स्थान पर समाप्त हुई।
प्रमुख चेहरे रहे मौजूद
इस विरोध प्रदर्शन में जिला अध्यक्ष मोहम्मद मुजाहिद, महमूद अहमद, शहाबुद्दीन मुजाहिद, राम रतन यादव, घनश्याम यादव, किशोरी लाल भल्लावी, और राम किशोर शिवहरे सहित अन्य कई गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे।
संविधान की रक्षा के लिए दृढ़ संकल्प
प्रदर्शन में शामिल लोगों ने कहा कि बाबा साहब अंबेडकर ने जो संविधान दिया है, वह देश की आत्मा है। उसका अपमान किसी भी रूप में स्वीकार नहीं किया जाएगा। यह लड़ाई केवल दलित या पिछड़े वर्गों की नहीं, बल्कि पूरे देश की है।
“हम न्याय की मांग करते हैं और यह सुनिश्चित करेंगे कि संविधान के प्रति वफादारी को प्राथमिकता दी जाए।”
– शहाबुद्दीन मुजाहिद, प्रदर्शनकारी नेता
आगामी रणनीति पर चर्चा
प्रदर्शन के अंत में मोर्चा के नेताओं ने कहा कि यदि जल्द ही अमित शाह माफी नहीं मांगते और सरकार द्वारा कोई कार्रवाई नहीं होती, तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा। प्रदर्शनकारियों ने एकजुट होकर बाबा साहब के विचारों की रक्षा के लिए संघर्ष जारी रखने का संकल्प लिया।
संविधान और लोकतंत्र की रक्षा के लिए जारी रहेगा संघर्ष
इस प्रदर्शन ने एक बार फिर यह साबित किया कि देश के संविधान और बाबा साहब के विचारों के लिए समाज का हर वर्ग एकजुट है। अब देखना यह है कि सरकार और गृहमंत्री अमित शाह इस पर क्या प्रतिक्रिया देते हैं।