बिलाईखार सचिव की मनमानी से त्रस्त ग्रामीणों ने की जिला पंचायत में शिकायत
सचिव पर फर्जी बिल लगाकर शासकीय राशि आहरण करने का आरोप
दैनिक रेवांचल टाइम्स, बजाग: जनपद पंचायत बजाग की ग्राम पंचायत बिलाईखार में पदस्थ सचिव बिरसिंह धुर्वे की कार्यशैली से त्रस्त ग्रामीणों और पंचायत प्रतिनिधियों ने जिला पंचायत में शिकायत दर्ज कराई है। ग्रामीणों का आरोप है कि सचिव द्वारा पंचायत और ग्रामीण विकास विभाग के आदेशों की लगातार अनदेखी की जा रही है। सचिव पर फर्जी बिलों के जरिए शासकीय राशि का दुरुपयोग और मनमानीपूर्वक कार्य करने के गंभीर आरोप लगाए गए हैं।
शिकायत के मुख्य बिंदु
- बैठकों का अभाव: शिकायत में कहा गया है कि पंचायत सचिव ने चुनाव के बाद से ग्राम पंचायत में किसी भी सामान्य या मासिक बैठक का आयोजन नहीं किया है।
- शासकीय राशि का दुरुपयोग: ग्राम पंचायत के खाते से बिना किसी की सहमति या जानकारी के शासकीय राशि का आहरण किया गया। ग्रामीणों का आरोप है कि बिना निर्माण कार्य कराए ही फर्जी बिल लगाकर राशि का बंदरबांट किया गया।
- हितग्राही मूलक कार्यों में भ्रष्टाचार: ग्रामीणों का कहना है कि हितग्राही मूलक योजनाओं के तहत काम करवाने के एवज में सचिव द्वारा रुपयों की मांग की जाती है। बिना पैसे दिए कोई काम नहीं किया जाता।
- आय-व्यय का हिसाब नहीं: शासन से प्राप्त राशि के आय-व्यय का विवरण भी ग्रामीणों और पंचायत प्रतिनिधियों को नहीं दिया गया।
- अनियमितता के अन्य उदाहरण:
- आम चुनाव के दौरान दीवार लेखन के नाम पर फर्जी बिल लगाकर राशि आहरित की गई।
- स्टेशनरी के नाम पर दो से तीन गुना राशि आहरित की गई।
- टेंट सामग्री के फर्जी बिल लगाकर सरकारी धनराशि का हेरफेर किया गया।
- अनुपस्थित रहने का आरोप: सचिव के कार्यालय से लगातार अनुपस्थित रहने के कारण पंचायत के कार्य प्रभावित हो रहे हैं।
जिला पंचायत ने की जांच शुरू
ग्राम पंचायत बिलाईखार के ग्रामीणों और पंचों द्वारा की गई शिकायत के बाद जिला पंचायत ने त्वरित कार्रवाई की है। जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी (सीईओ) बजाग श्री एम.एल. धुर्वे ने बताया कि मामले की जांच के लिए दो दिवस पूर्व जांच टीम भेजी गई थी। टीम से प्रतिवेदन प्राप्त होते ही रिपोर्ट जिला स्तर पर प्रस्तुत की जाएगी।
ग्रामीणों की मांग
ग्रामीणों और पंचायत प्रतिनिधियों ने मांग की है कि सचिव बिरसिंह धुर्वे को तत्काल उनके पद से हटाया जाए और शासकीय धनराशि के दुरुपयोग की उच्च स्तरीय जांच कराई जाए। इसके साथ ही, पंचायत के प्रभावित कार्यों को सुचारू रूप से संचालित करने के लिए उचित कदम उठाए जाएं।
इनका कहना है
“मामले की जांच के लिए दो दिवस पूर्व जांच टीम भेजी गई थी। प्रतिवेदन प्राप्त होते ही रिपोर्ट जिले में प्रस्तुत की जाएगी।”
— एम.एल. धुर्वे, सीईओ बजाग
ग्राम पंचायत बिलाईखार में हो रही अनियमितताओं को लेकर ग्रामीणों में रोष है। अब यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि जांच के बाद क्या कदम उठाए जाते हैं और जिम्मेदारों पर क्या कार्रवाई होती है।