मोबाइल टावर लगाने के नाम पर 41 लाख से भी ज्यादा की आनलाईन ठगी करने वाली अंतरराज्यीय गैंग का मंडला पुलिस ने किया खुलासा
मंडला पुलिस ने तीन 03 आरोपियों को नोयडा से किया गिरफ्तार
दैनिक रेवांचल टाइम्स – मंडला करीब दो साल पहले वर्ष 2021 से आरोपियों द्वारा मोबाईल टावर लगवाने के नाम पर रिपोर्टकर्ता को काल किया जाता हैं एवं कहा जाता है की आपके सिलेक्शन टावर लगाने के लिए हुआ उसकी पुरी प्रोसेस समझा दी जाती हैं। यहां से शुरू होती फ्राड की कहानी आरोपियों द्वारा प्रोसेस के नाम पर पैसे एवं जरूरी डाक्यूमेंट्स आधार कार्ड आदि मांगे जाते है। जैसे ही ये धनराशि आ जाती है फिर रजिस्ट्रेशन फीस के नाम पर 18 हजार की राशि आदि ली जाती है। जो व्यक्ति इनकी बातों में आ जाते है उनसे विभिन्न प्रकार जैसे एनओसी अपने आफिसर द्वारा एप्रू करवाने आदि कई बातो का बहाना बताकर लगातार पैसे की ठगी की जाती है। इन्हीं बातों में फसाकर आरोपियों द्वारा टावर लगवाने के नाम पर खातें में रिपोर्टकर्ता से 12.07 लाख की धोखाधड़ी कर ली गयी और निरंतर धोखाधड़ी करने का प्रयास करते रहें। मामलें में प्रार्थी कतकूलाल भलावी ग्राम जारगा जारगी की रिपोर्ट पर से थाना महाराजपुर में धोखाधड़ी की धाराओं में अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना प्रारंभ की गयी।
पुलिस टीमः- अपराध विवेचना के दौरान मामलें में एसडीओपी मंडला व थाना प्रभारी महाराजपुर को तत्काल कार्यवाही करते हुए आरोपियों की गिरफ्तारी हेतु निर्देशित किया गया था। साथ ही सायबर सेल को फ्राड में सम्मिलित ठगों का जानकारी प्राप्त करने हेतु निर्देश दिये गयें थे। सायबर सेल द्वारा मामले में संदिग्ध के मोबाइल एवं ट्राजेक्शन संबंधी तकनीकी जानकारी प्राप्त कर टारगेट चिन्हित किये गये एवं प्राप्त जानकारी के आधार पर एसडीओपी मंडला के निर्देशन में टीम का गठन कर थाना प्रभारी द्वारा तत्काल टीम को नोयडा उत्तर प्रदेश के लिये रवाना किया गया। उप निरीक्षक सुरजीत सिंह परमार के नेतृत्व में टीम नोएडा पहुँच आरोपियों की जानकारी प्राप्त कर नोएडा सेक्टर 70 नोएडा उत्तरप्रदेश से तीन आरोपियों मंगल सिंह पिता राजेन्द्र सिंह सिकरवार उम्र 32 साल निवासी नारायण बिहार कालोनी थाना गोले का मंदिर जिला ग्वालियर (म.प्र), जितेन्द्र सिंह पिता राम किशोर यादव उम्र 28 साल निवासी घनोरा थाना सिरोली जिला बरेली (उ.प्र) एवं ऐबरन सिह यादव पिता शंकर यादव उम्र 30 साल निवासी ग्राम थिरिया थाना शाहबाद जिला रामपुर (उ.प्र.) को गिरफ्तार कर मामले में उपयोग किये जा रहें मोबाइल, एटीएम, रजिस्टर व अन्य दस्तावेज आरोपियों से जब्त किये गये।
वारदात का तरिका:- पुलिस टीम को पुछताछ में आरोपियों ने बताया की उनके द्वारा 2021-22 से टावर लगाने के नाम पर नोएडा दिल्ली में ऐबरन सिंह यादव के नाम से किराया का फ्लेट लेकर रहते है। टारगेट के चयन आरोपियों द्वारा पंचपरमेश्वर एप्प, पंचायत एवं ग्रामिण विकास विभाग मध्यप्रदेश की वेबसाईट, पंचायत दर्पण के माध्यम से पंच/संरपंच का मोबाईल नम्बर प्राप्त कर मोबाईल नंबर पर एक दिन में लगभग 60 से 70 नंबरों को काल कर टावर लगाने की योजना के बारे में बताते थे। । आरोपियों द्वारा अपनी- अपनी भुमिका के तहत आरोपी द्वारा पंच सरपंच से बात करने उनको योजना के बारे में जानकारी दी जाती थी। सारी बात होने के बाद काल पर एक आरोपी डिविजनल अधिकारी के रुप में बात करते थे एवं फिर आगे रिजनल अधिकारी से बात कराते थे इस तरह सब अपनी भूमिका में काम करते थे। इस तरह टावर लगाने के नाम पर आरोपियों द्वारा कुल 41 लाख से भी ज्यादा की ठगी करना व एक हजार के लगभग लोगो काल करना स्वीकार किया । जो लोग टावर लगवाने के लिए तैयार हो जाते थे उनसे टावर के रजिस्ट्रेशन के लिए 5500 रुपये व डाक्युमेंट ले लेते है। इस तरह 2-3 साल में आरोपियों द्वारा कई लोगो के डाक्यूमेंट एवं 25-30 लाख रुपये लोगो से ठगा गया है। अकाउंट के संबंध में पुछताछ करने पर आरोपियों द्वारा बताया गया कि अकाउंट उनके द्वारा उनके एक साथी द्वारा 25 प्रतिशत के कमिशन पर उपलब्ध कराई जाती थी। आनलाईन ठगी के माध्यम से प्राप्त पैसे एकाउंट कमिशन एवं शेष राशि आपस में तीनों बाट लेते थे। तीनों आरोपियों द्वारा अन्य संलिप्त व्यक्तियों से भी टावर के नाम पर आनलाईन फ्राड किया गया है। जिसके संबंध में आरोपियों से पुछताछ की जा रही है। पुलिस द्वारा देश के अन्य राज्यों में भी रिपोर्ट एव ठगी में संलिप्त होने की जानकारी प्राप्त की जा रही है।
विशेष भूमिका – उक्त कार्यवाही अनुविभागीय अधिकारी मंडला के निर्देशन में गठित टीम थाना प्रभारी महाराजपुर निरीक्षक ममता परस्ते, उप निरीक्षक सुरजीत सिंह परमार, उप निरीक्षक भूपेन्द्र अहिरवार, उप निरीक्षक डी.पी. भगत, सउनि. नरेंद्र उइके, प्रआर राम दयाल, प्रआर. संजय बाजपेयी, आर शिवा नाविक, राम नायडू एवं सायबर सेल प्रभारी एवं टीम की महत्वपूर्ण भूमिका रही।
सायबर एडवायजरी
कोई भी मोबाइल टावर कंपनियों आपकी जमीन पर मोबाइल टावर लगाने हेतु कॉल नहीं करती और ना ही इसके रजिस्ट्रेशन के नाम पर पैसे की डिमांड की जाती है। किसी को भी मोबाइल टावर लगाने के नाम से कॉल किया जाता है तो उसकी शिकायत नजदीकी थाने पर या साइबर हेल्पलाइन नंबर पर करें।
वर्तमान फ्राड़
आजकल बाजारों में कई तरह के एप्प है जो आधार नंबर के माध्यम से पैसे का आहरण (एईपीएस) के उपयोग में लिया जा रहा है। प्राय: देखने में आता है कि अधिकतर क्योस्क संचालक द्वारा ऐसे एईपीएस एप्प का उपयोग किया जाता है जो ज्यादा लाभ देने का लालच देते हैं। ऐसे एप्प कभी भी बंद कर दिये जाते एवं आपको आर्थिक नुकसान का सामना करना पड़ता हैं। हमेशा अधिकृत बैंक के ही एईपीएस एप्प का उपयोग करें।
सायबर ठगों द्वारा आये दिन नये नये तरिके अपनाया जा रहा एवं आमजन द्वारा को ठगी का शिकार बना लिया जाता हैं। ऐसे में लोगों को सतर्क रहने की आवश्यकता है।
यदि आप सायबर ठगी के शिकार है तो अपनी शिकायत 1930 या सायबर पोर्टल पर cybercrime.gov.in पर कर सकते हैं। सायबर संबंधित किसी भी सहायता के लिये आम मंडला पुलिस के हेल्पलाइन नंबर 7587644088 या 7049141561 पर काल कर सकते हैं।