छोटी उम्र से ही बच्चों को सिखाएं ॐ मंत्र का जाप, बनेंगे स्मार्ट और गोल ओरिएंटेड

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अच्छी सेहत के लिए जिस तरह से खानपान जरूरी होता है उस तरह से ही व्यायाम और योग भी जरूरी होते है जो शरीर को फिट और मजबूत बनाते है। योग, हर किसी के सफल स्वास्थ्य का जरिया है यानि शरीर को बीमारी से मुक्त रखने और जीवनभर सेहतमंद रखने के लिए जरूरी है। आज हम आपको भगवान शिव के खास मंत्र ‘ॐ’ के जाप की महत्ता के बारे में बताएंगे इसका स्थान पर योग में सर्रोपरि है।

कहते हैं छोटे बच्चे को कम उम्र से ही ‘ॐ’ मंत्र का जाप सिखाते है तो उनके सर्वांगीण विकास के लिए जरूरी होता है। बच्चे एकाग्र होने के साथ ही लक्ष्य के प्रति निर्धारित होते है। चलिए जानते है ‘ॐ’ के जाप से किस तरह के फायदे मिलते है और इसे किस तरह से करना चाहिए।

महामंत्र माना जाता है ॐ मंत्र

यहां पर हिंदू धर्म में ॐ मंत्र का विशेष स्थान है इसे महामंत्र के रूप में जानते है। शास्त्रों के अनुसार कहते हैं कि, बिना ॐ के सृष्टि की कल्पना भी नहीं हो सकती है। माना जाता है कि सम्पूर्ण ब्रह्माण्ड से हमेशा ॐ की ध्वनि निकलती रहती है। ॐ शब्द तीन अक्षरों से मिलकर बना है..अ उ म। इसमें अ का अर्थ है उत्पन्न होना, उ का उठना, और म का मौन हो जाना। इस ॐ मंत्र में इतनी शक्ति होती है कि, सेहत से लेकर व्यक्ति के विकास में मदद मिलती है। बच्चों को ॐ मंत्र का जाप सिखाने को लेकर योग गुरू जानकारी देते है। इसके अनुसार,-”बच्‍चों को छोटी उम्र से ॐ चैंटिंग कराने से बच्चे का कंसन्ट्रेशन अच्छा होता है, उनकी डवलपमेंट पावर अच्छी होती है, साथ ही उनका फोकस अच्छा होता है।

ॐ चैंटिंग से ऑक्सीटोसिन नामक हार्मोन स्राव होता है। इसे हैप्‍पी हार्मोन के नाम से भी जाना जाता है। शरीर में इसका स्तर बढऩे से मन खुश और मूड अच्छा रहता है। यह शरीर में हैप्‍पीनेस की सिचुएशन पैदा करता है, जो छोटे बच्‍चों में चिड़चिड़ाहट, स्‍ट्रेस आदि को दूर करता है।

जानिए बच्चों को कैसे सिखाएं ॐ मंत्र का जाप

यहां पर बच्चों को कम उम्र से ॐ मंत्र का जाप कराना चाहिए इसका तरीका बेहद आसान होता है चलिए जानते है इसके तरीके के बारे में…

1- ॐ का उच्चारण करने के लिए सबसे पहले बच्‍चों को उनकी सुविधानुसार पोजिशन में बैठने के लिए कहें।
2- फिर आंखों को बंद करके गहरी सांस लेने और ॐ का उच्चारण करने के लिए कहें।
3- ॐ का जाप तब तक जारी करने के लिए कहें, जब तक उनकी सांस चढ़ने न लगे।
4- सांस चढ़ने लगे तो धीरे-धीरे सांस छोड़ें और समान्य स्थिति में आने के लिए कहें।
5- ये प्रक्रिया कई बार दोहराने के लिए कहें। कोशिश करें कि इस दौरान बच्‍चों को पूरे शरीर में वाइब्रेशन महसूस हो।

जानिए ॐ का जाप करने से बच्चों को मिलने वाले फायदे

अगर आपका बच्चा नियमित तौर पर ॐ मंत्र का जाप करते है तो इसके कई सारे फायदे मिलते है जो इस प्रकार है…

1- मंत्र का जाप करने से बच्चों में एकाग्रता बढ़ती है तो वहीं पर पढ़ाई से लेकर परीक्षा में बच्चे का ध्यान केंद्रित रहता है।
2- कहते हैं जब हम मंत्र का जाप करते है तो एक शक्तिशाली कंपन होता है जो नर्वस सिस्टम को एक्टिव बनाता है। हर जगह पर बच्चे का प्रदर्शन बेहतर होता है।
3- ॐ का जाप करने से बच्चे में क्रिएटिविटी विकसित होती है और ब्रेन का विकास अच्छा होता है।
4-बहुत ही कम उम्र में मन लगाकर सीखने और दिल से नहीं दिमाग से जीने की आदत को शामिल करता है, जो बच्चे को सकारात्मक परिणाम देते है।
5- यह बच्चे के इमोशनल स्तर को कम करता है और क्रोध पर नियंत्रण रखता है। इसमें धैर्य का विकास होता है, करुणा और सहनशीलता भी बढ़ने लगती है।

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