आईपीएल मैच पर सट्टा खिलाते तीन गिरफ्तार, मोबाइल, नकदी और सट्टा सामग्री बरामद…
रेवांचल टाईम्स – आईपीएल क्रिकेट मैच के दौरान सट्टेबाजी के खिलाफ जबलपुर पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है। पुलिस अधीक्षक सम्पत उपाध्याय के निर्देशन में क्राइम ब्रांच एवं थाना चरगवां की संयुक्त टीम ने ग्राम कलार पिपरिया में एक फार्म हाउस पर छापा मारते हुए तीन सटोरियों को रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। मौके से छह मोबाइल फोन, एक कैलकुलेटर, सट्टा पर्चियां और ₹22,050 की नकदी बरामद की गई है।
गुप्त सूचना पर हुई कार्रवाई
थाना प्रभारी चरगवां, उप निरीक्षक अभिषेक प्यासी ने बताया कि 7 अप्रैल की रात क्राइम ब्रांच को एक विश्वसनीय मुखबिर से सूचना मिली थी कि ग्राम कलार पिपरिया में जितेन्द्र राय के खेत में बने फार्म हाउस के आंगन में रानू राय अपने साथियों के साथ मिलकर आईपीएल मैच में सट्टा खिला रहा है। सूचना मिलते ही क्राइम ब्रांच और थाना चरगवां की संयुक्त टीम ने बताये गये स्थान पर छापा मारा।
मौके पर सट्टा लगाते तीन लोग पकड़े गए
टीम ने मौके पर देखा कि तीन व्यक्ति मोबाइल फोन पर मुम्बई इंडियंस और रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के मैच पर हार-जीत के दांव लगवा रहे थे। उन्हें घेराबंदी कर पकड़ा गया। पूछताछ में उनकी पहचान निम्नानुसार हुई:
देवेन्द्र उर्फ रानू राय (37 वर्ष), निवासी ग्राम ललपुर, थाना तिलवारा
जितेन्द्र उर्फ जित्तू राय (42 वर्ष), निवासी ग्राम जमुनिया
संजय उर्फ संजू बर्मन (42 वर्ष), निवासी ग्राम सेमरा
ऑनलाइन सट्टा नेटवर्क का खुलासा
मुख्य आरोपी रानू राय के मोबाइल में ‘क्रिकेट लाइन गुरु’ एप एवं ‘जूम वर्कप्लेस’ में ‘sairams zoom meeting’ नाम से लॉगिन मिला, जिसके माध्यम से वह मैच की जानकारी लेकर हार-जीत के दांव लगवा रहा था। सट्टे की रकम और खिलाड़ियों के नाम वह कागज़ में लिखकर रिकॉर्ड करता था।
पूछताछ में आरोपियों ने स्वीकार किया कि वे सामूहिक रूप से ऑनलाइन सट्टा खिलाते थे। रानू राय ने बताया कि वह जबलपुर निवासी दीपक नामक व्यक्ति के कहने पर गांव के लोगों को जोड़कर सट्टा लगवाता है और हर दिन की कमाई का 20% दीपक को देता है। बाकी दोनों आरोपी, जितेन्द्र और संजय, खिलाड़ियों को जोड़ने का कार्य करते थे और इसके बदले में उन्हें रोज़ ₹500-₹500 मिलते थे।
बरामद सामग्री और कानूनी कार्रवाई
आरोपियों के पास से निम्न सामग्री बरामद की गई:
6 मोबाइल फोन (रियलमी, रेडमी, वीवो और नोकिया कंपनियों के)
1 कैलकुलेटर
सट्टा पर्चियां
₹22,050 नकद
आरोपियों के खिलाफ सट्टा अधिनियम की धारा 4(क) एवं भारतीय दंड संहिता की धारा 49 बीएनएस के अंतर्गत प्रकरण दर्ज कर लिया गया है। वहीं, मुख्य सरगना दीपक की तलाश जारी है।
पुलिस टीम की भूमिका सराहनीय
इस पूरी कार्रवाई में अपराध थाना प्रभारी शैलेष मिश्रा के नेतृत्व में क्राइम ब्रांच के सहायक उप निरीक्षक धनंजय सिंह, प्रशांत सोलंकी, प्रधान आरक्षक सत्यसेन यादव, वीरेन्द्र सिंह, राजेश मातरे, विनय सिंह, राजेश मिश्रा, त्रिलोक पारथी, थाना चरगवां के उप निरीक्षक प्रकाश सिंह पटैल, आरक्षक सीताराम, सुधीर, सोनू कुमार एवं साइबर सेल से प्रधान आरक्षक अमित पटैल तथा आरक्षक राजा की सराहनीय भूमिका रही।
लेकिन बड़ा सवाल अब भी बाकी है…
जहां एक ओर पुलिस छोटे स्तर के सटोरियों को पकड़ कर कार्रवाई कर रही है, वहीं शहर में करोड़ों रुपये का आईपीएल सट्टा खुलेआम चल रहा है। ऐसे में यह सवाल उठना स्वाभाविक है कि आखिर बड़ी मछलियां कब पकड़ी जाएंगी? सूत्र बताते हैं कि जबलपुर साइबर टीम में कई अधिकारी ऐसे हैं जो वर्षों से एक ही जगह जमे हुए हैं और उनका सटोरियों से गहरा संबंध है। यह भी कहा जा रहा है कि इन्हीं ‘सेटअप’ के चलते हर बार कार्रवाई केवल छोटे-मोटे सटोरियों तक ही सीमित रह जाती है — न कोई बड़ा नाम सामने आता है, न कोई बड़ा नेटवर्क टूटता है।
ऐसी कार्रवाइयों से लगता है कि पुलिस सिर्फ खानापूर्ति कर रही है, ताकि वरिष्ठ अधिकारियों को यह दिखाया जा सके कि ‘कार्यवाही हो रही है’, जबकि हकीकत में सट्टे का असली जाल जस का तस बना हुआ है। अब देखना यह होगा कि कप्तान साहब इस पूरे नेटवर्क की तह तक जाकर बड़ी कार्रवाई करते हैं या फिर हर बार की तरह यह मामला भी कुछ दिनों में ठंडे बस्ते में चला जाएगा।
