ज्यादा दूध, दही और पनीर खाना भी सेहत के लिए खतरनाक
दूध, दही, पनीर (milk, curd, cheese) और छाछ सेहत के लिए कितने जरूरी हैं, ये बात किसी से छिपी नहीं है. डेयरी प्रॉडक्ट्स (dairy products) को संतुलित भोजन (balanced diet) का एक जरूरी हिस्सा माना जाता है. ये कैल्शियम, फास्फोरस, विटामिन बी, पोटैशियम और विटामिन डी जैसे आवश्यक पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं जो बच्चों के विकास से लेकर बुजुर्गों तक के स्वास्थ्य के लिए जरूरी होते हैं. लेकिन जब हृदय रोगियों की बात आती है तो डेयरी प्रॉडक्ट्स का सेवन सावधानी से किया जाना चाहिए. डेयरी उत्पादों में सैचुरेटेड फैट होता है जो शरीर में बैड कोलेस्ट्रॉल के स्तर को बढ़ा सकता है और हृदय रोगों को दावत देता है.
विशेष रूप से उन लोगों के मामले में जिन्हें पहले से ही हृदय रोग है, फुल फैट डेयरी प्रॉडक्ट्स दिल के रोगों का कारण बन सकते हैं. रिसर्च के अनुसार, प्रतिदिन 200 ग्राम तक डेयरी प्रॉडक्ट्स का सेवन हृदय के स्वास्थ्य पर हानिकारक प्रभाव डाल सकता है.
हालांकि, विशेषज्ञों का कहना है कि डेयरी उत्पादों को पूरी तरह से नहीं छोड़ा जाना चाहिए क्योंकि इनमें महत्वपूर्ण पोषक तत्वों की प्रचुर मात्रा होती है जो शरीर और दिमाग को लाभ पहुंचाती है. इसलिए कम वसा वाले दूध, दही और पनीर का सेवन करना चाहिए. फुल फैट दूध और क्रीम, पनीर का सेवन हमेशा कम मात्रा में किया जाना चाहिए.
हृदय रोगियों के लिए क्या हैं डेयरी ऑप्शन
हृदय रोगियों के लिए low saturated fat वाले विकल्पों को प्राथमिकता देना महत्वपूर्ण है क्योंकि ये घटक हृदय संबंधी जोखिम कारकों को बढ़ा सकते हैं.
लो फैट या स्किम्ड मिल्क
सबसे बढ़िया विकल्पों में लो फैट मिल्क और मलाई रहित दूध शामिल है जो low saturated fat वाला होता है और शरीर को आवश्यक पोषक तत्व प्रदान करता है.
लो फैट दही
इसी तरह कम वसा वाले दही विशेष रूप से बिना चीनी वाला सादा दही फैट और कैलोरी से बचना का एक बढ़िया विकल्प है.
लो फैट पनीर
कम वसा वाले पनीर जैसे कि कॉटेज पनीर के जरिए भी शरीर को बिना नुकसान पहुंचाए पोषण प्रदान किया जा सकता है, हालांकि पनीर में कैलोरी होती है इसलिए इसका सेवन सीमित मात्रा में ही करना चाहिए.
ग्रीक योगर्ट
सामान्य दही की तुलना में ग्रीक योगर्ट हाई प्रोटीन और लो कार्बोहाइड्रेट के लिए जाना जाता है जो इसे हृदय स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद बनाता है.
हृदय रोगियों के लिए सबसे खराब डेयरी उत्पाद
फुल फैट मिल्क
हृदय रोगियों को फुल फैट मिल्क वाले दूध और दही से बचना चाहिए क्योंकि उनमें सैचुरेटेड फैट और कोलेस्ट्रॉल की मात्रा ज्यादा होती है जिससे हृदय रोग की परेशानी और बढ़ सकती है.
चीज
सैचुरेटेड फैट से भरपूर क्रीम चीज का कम से कम सेवन करना चाहिए, जबकि चेडर या स्विस जैसी हार्ड चीज भी फैट से भरपूर होती है इसलिए हृदय रोगियों को इससे बचना चाहिए.