कर्मचारियों एवं जिला न्यायालय के कर्मचारियों के द्वारा संयुक्त रूप से हाईकोर्ट प्रीमियर लीग नाइट टूर्नामेन्ट आयोजित…
रेवांचल टाईम्स – मध्यप्रदेश उच्च न्यायालय जबलपुर के कर्मचारियों एवं जिला न्यायालय के कर्मचारियों के द्वारा संयुक्त रूप से हाईकोर्ट प्रीमियर लीग नाइट टूर्नामेन्ट आयोजित किया गया। जो दिनांक 01 अप्रैल 2024 से प्रारंभ हो कर दिनांक 11/04/2024 को पुलिस लाइन ग्राउण्ड जबलपुर में सायं 8 बजे से फाइनल मैच टीम ईगल एवं टीम रॉकरर्स के मध्य खेला गया। जिसमें हाईकोर्ट के माननीय न्यायाधीश विशाल मिश्रा साहब ने आकर खिलाडियों का टॉस करा कर हौसला बढ़ाया। माननीय मिश्रा साहब ने भी 1 ओवर खेल कर खेल भावना का परिचय दिया और खिलाडियों व दर्शकों का उत्साहवर्धन किया।
हाईकोर्ट प्रीमियर लीग नाइट टूर्नामेन्ट के फाइनल में टीम ईगल ने 10 ओवर में 147 रनों का बड़ा लक्ष्य रखा था जिसे रॉकरर्स टीम भेद नहीं सकी और टीम ईगल ने धुआँधार बल्लेबाजी के दम पर फाइनल का खिताब अपने नाम कर लिया। विजेता टीम ईगल को विनर टॉफी रजिस्टार मुकेश द्विवेदी एवं डिप्टी रजिस्टार महेश चौरसिया, संघ के पूर्व अध्यक्ष इंद्रिका तिवारी एवं पूर्व सचिव व सोसायटी के डायरेक्टर डेनी बुन्देला ने संयुक्त रूप से प्रदान की।
सोसायटी के डायरेक्टर व संघ के पूर्व सचिव डेनी बुन्देला द्वारा व्यक्तिगत रूप से विजेता टीम के लिए ईगल टीम के कैप्टन ओ.पी. मेहरा को नगर राशि 2000 रूपए एवं टूर्नामेन्ट बेस्ट बॉलर शुभम तिवारी को 1000/- रूपए एवं मेन ऑफ द सीरीज राजेश शीलू को 1000/- रूपए प्रदान कर विजेताओं का उत्साह वर्धन किया। वही हाईकोर्ट के क्रिकेट टीम के पूर्व प्रबंधक नीरज वर्मा के द्वारा विजेता टीम को राशि 1100/- रूपए एवं मेन ऑफ द मैच विनर को 500/- रूपए एवं मेन ऑफ द सीरीज विनर को 500/- रूपए नगद राशि प्रदान कर उत्कृष्ट कार्य किया। सभी विजेता टीम के खिलाडियों को गोल्ड मैडल एवं सेकण्ड रनरअप टीम उपविजेता को उपविजेता की टॉफी एवं सिल्वर मैडल से सम्मानित कर उत्साह वर्धन किया गया।
वही जानकारी के अनुसार जबलपुर हाईकोर्ट के कर्मचारियों द्वारा विगत 7 वर्षों से क्रिकेट टीमों का टूर्नामेन्ट कराया जा रहा है। जो कि साइन्स कालेज मैदान एवं सेन्टल जेल स्टेडियम एवं पुलिस लाइन के मैदान में आयोजित किए जाते रहे है। जिसमें यह प्रथम अवसर है कि यह टूर्नामेन्ट रात्रिकालीन कराया गया है। जिस हेतु पुलिस अधीक्षक महोदय जबलपुर का पूरा सहयोग हाईकोर्ट के कर्मचारियों को मिला है। यही हाईकोर्ट प्रशासन द्वारा भी कर्मचारियों को सहयोग किया गया है। हम उनके आभारी रहेंगे।