भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा किया गया कार्यशाला का आयोजन.. गुना जिले के सूक्ष्म,लघु एवं मध्यम उद्यमो के माध्यम से मिलेगी रोजगार सृजन में सहायता..

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रेवांचल टाईम्स – भारतीय रिजर्व बैंक भोपाल कार्यालय द्वारा सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम क्षेत्र के वित्तपोषण में कार्यरत बैंकर्स की क्षमता संवर्धन के लिए राष्ट्रीय मिशन 3.0 (NAMCABS 3.0) के अंतर्गत दिनांक 6 एवं 7 जून 2024 को गुना स्थित होटल ग्रैंड कस्तूरी में दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया ।

लीड बैंक अधिकारी ने बताया कि भारतीय रिजर्व बैंक के महाप्रबंधक श्री हेमन्त कुमार सोनी ने प्रतिभागियों का स्वागत किया एवं समग्र आर्थिक वातावरण में सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम क्षेत्र की महत्ता एवं इस क्षेत्र के विकास में बैंको की महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डाला। कार्यशाला में स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, बैंक ऑफ इंडिया, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया, कैनरा बैंक, पंजाब नैशनल बैंक एवं मध्यांचल ग्रामीण बैंक के उच्च अधिकारियों ने भी अपने अमूल्य अनुभव साझा किए। कार्यक्रम में गुना क्षेत्र के अठारह बैंकों के अधिकारियों ने भाग लिया। कार्यक्रम का संचालन श्रीमती रोशिनी हजेला (सहायक महाप्रबंधक), वित्तीय समावेशन एवं विकास विभाग, भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा किया गया। श्रीमती रोशिनी हजेला द्वारा भारतीय रिज़र्व बैंक की अधिकार प्राप्त समिति के बारे में भी प्रतिभागियों को अवगत कराया गया। श्री नवीन कुमार सिंह, प्रबंधक, भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा एमएसएमई वित्तपोषण के तकनीकी हस्तक्षेप, अकाउंट एग्रीगेटर, ट्रेंडस की भूमिका पर सत्र लिया गया। श्री सरवन एस प्रबंधक, भारतीय रिज़र्व बैंक, द्वारा भारतीय सन्दर्भ में एमएसएमई के महत्व एवं एमएसएमई वित्तपोषण पर भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा जारी दिशा-निर्देशों को प्रतिभागियों को विस्तार से समझाया। इसके अतिरिक्त कार्यशाला में एमएसएमई क्षेत्र के लिए भारत सरकार की पहल, एमएसएमई खातों में प्रगति की निगरानी और तनाव का प्रबंधन, सीजीटीएमएसई और एनसीजीटीसी की भूमिका, एमएसएमई में क्रेडिट फ्लो को पुनर्जीवित करना, एमएसएमई ऋण में सीआईसी की भूमिका, ऋण दस्तावेज और एमएसएमई ऋण की वसूली के पहलुओं, सीजीटीएमएसई और एनसीजीटीसी की भूमिका, एनपीए प्रबंधन आदि विषयों को शामिल किया गया । कार्यशाला के अयोजन में श्री असीम कुमार सक्सेना,सहायक प्रबंधक,भारतीय रिज़र्व बैंक की भी महत्वपूर्ण भूमिका रही। कार्यशाला में सभी प्रतिभागियों ने एमएसएमई क्षेत्र से संबंधित विभिन्न मुद्दों पर सक्रिय रूप से बातचीत की। प्रतिभागियों ने इस कार्यक्रम की सराहना करते हुए बताया की कार्यशाला से प्राप्त ज्ञान का फायदा गुना क्षेत्र के सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यमों को मिलेगा जिससे रोज़गार सृजन में सहायता मिलेगी।

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