जिला प्रशासन के प्रयासों से गाँव गाँव तक पहुंच रही स्वास्थ्य सेवायें जिले के विभिन्न ग्रामों में आयोजित हुए “रेवा हेल्थ कैंप”
दैनिक रेवांचल टाइम्स …कलेक्टर विकास मिश्रा के निर्देशानुसार प्रत्येक शनिवार जिले में “रेवा हेल्थ कैंप” का आयोजन किया जा रहा है। इसी क्रम में आज आयोजित रेवा कैंप के दौरान वार्ड नं. 02 भवानी डिंडौरी में 52, वार्ड नं. 04 शहपुरा 42, ग्राम सिलपिड़ी जनपद पंचायत बजाग में 80, ग्राम पंचायत नुनखान जनपद पंचायत डिंडौरी में 106, ग्राम बैगान टोला लालपुर जनपद पंचायत करंजिया में 223, ग्राम खजरी जनपद पंचायत मेंहदवानी में 91, ग्राम ददरा टोला समनापुर जनपद पंचायत समनापुर में 43, ग्राम पंचायत बोधघुण्डी जनपद पंचायत अमरपुर में 110 तथा ग्राम पंचायत सरवाही जनपद पंचायत शहपुरा में 137 लोगों ने स्वास्थ्य सेवा का लाभ लिया। प्रति शनिवार को आयोजित होने वाला रेवा शिविर के माध्यम से महिला बाल विकास विभाग, स्वास्थ्य विभाग और आयुष विभाग के संयुक्त प्रयासों से स्वास्थ्य सेवायें गाँव गाँव तक पहुंच रही है।
रेवा स्वास्थ्य कैंप में महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा कुपोषण निवारण के लिए पोषण प्रदर्शन, शारीरिक माप सेरेपल्स पावडर वितरण किया जा रहा है।जिसमें बच्चों के आयु के अनुसार उचित वृद्धि ना होना, उनमे पोषक तत्व की कमी को प्रदर्शित करता है, बच्चों को चिन्हित करने में बाद आंगनबाडी कार्यकर्त्ताओं द्वारा निरंतर फ़ॉलोअप लिया जाता है जिससे बच्चे सैम श्रेणी से मैम श्रेणी, मैम श्रेणी से सामान्य श्रेणी में आ रहे है। रेवा स्वास्थ्य कैंप में महिला स्वास्थ्य, माताओं की देखभाल, धात्री माताएँ सहित अन्य लोग भी स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ लें रहे है।
महिला एवं बाल विकास विभाग निरंतर रूप से माताओं और बच्चों के पोषण आहार पर महत्वपूर्ण सलाह देता है,जिससे दवा के साथ स्वस्थ आहार के प्रति जागरूकता बढे।आंगनवाड़ी द्वारा वितरित किया जाने वाला टीएचआर का उपयोग कर विभिन्न व्यंजनों के माध्यम से बच्चों में भोजन के प्रति रूचि बढ़ाई जाती है।
रेवा कैंप एक विशेष प्रयास है जिसमें स्वास्थ्य विभाग बीपी शुगर सिकलसेल, एनीमिया, आदि गंभीर रोगों की जाँच कर उनका उपचार कर रहा है। आयुष विभाग द्वारा आयुर्वेदिक दवाएं दी जाती है। शिविर में सीईओ सीडीपीओ, डॉक्टर, पर्यवेक्षक, सीएचओ, सचिव, जीआरएस, कार्यकर्त्ता सहायिका आशा, पंचायत विभाग, राजस्व, क़ृषि, पीएचई और अन्य विभाग के कर्मचारी उपस्थित रहे।
रेवा हेल्थ कैंप के माध्यम से कुपोषण की पहचान की जा रही है, जिसमें बच्चों के आयु के अनुसार उचित वृद्धि ना होना, उनमे पोषक तत्व की कमी को प्रदर्शित करता है, बच्चों को चिन्हित करने में बाद आंगनबाडी कार्यकर्त्ताओं द्वारा निरंतर फ़ॉलोअप लिया जाता है।
रेवा स्वास्थ्य कैंप में महिला स्वास्थ्य, माताओं की देखभाल, धात्री माताएँ सहित अन्य लोग भी स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ लें रहे है।
आयुष विभाग वात, पित्त और कफ में संतुलन बनाकर रोगियों का उपचार करता है, जिससे सम्बंधित बीमारियां पूरी तरह ठीक हो सके। महिला एवं बाल विकास विभाग निरंतर रूप से माताओं और बच्चों के पोषण आहार पर महत्वपूर्ण सलाह देता है, जिससे दवा के साथ स्वस्थ आहार के प्रति जागरूकता बढे। आंगनवाड़ी द्वारा वितरित किया जाने वाला टीएचआर का उपयोग कर विभिन्न व्यंजनों के माध्यम से बच्चों में भोजन के प्रति रूचि बढ़ाई जाती है, साथ ही रेवा स्वास्थ्य कैंप में आये सभी लोगों को खिचड़ी का वितरण किया जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग बीपी शुगर आदि गंभीर रोगों की जाँच कर उनका उपचार कर रहा है। रेवा कैंप एक साँझा प्रयास है जिसमें सभी विभाग अपनी भूमिका निभा रहे है।