शिक्षिका की लापरवाही से बच्चों का भविष्य अंधकारमय स्कूल चले हम की उड़ रही धज्जियां ग्रामीण जनों ने उच्च अधिकारी से मैडम को हटाने की मांग..
रेवांचल टाइम्स मंडला – आदिवासी बाहुल्य जिले में शिक्षा व्यवस्था जर्जर हो चुकी है और शिक्षकों की मनमानी से बच्चों का भविष्य अंधेरे में लगता नज़र आ रहा है अपने बच्चों का भविष्य बिगड़ते औऱ शिक्षक की लापरवाही को देख स्थानीय ग्रामीणों को चिंता सता रही है, पर स्कूल में समय पर शिक्षक नही पहुँच रहे है औऱ न ही समय से जा रहे है अपडाउन के चलते समय के बाद शाला पहुँच रहे है और समय से पहले बच्चों को जिम्मेदारी देकर निकल रहे हैं और जिले में बैठे वरिष्ठ कार्यालय के अधिकारी कर्मचारी सब मूकदर्शक बनके देख रहे है और उन शिक्षकों की शिकवा शिकायत पर पर्दा डाल कर उन्हें बक्श दिया जा रहा हैं।
वही केन्द्र सरकार से लेकर राज्य सरकार हो या केन्द्र सरकार बच्चों को अच्छी शिक्षा औऱ शिक्षा का स्तर बढ़ाने और बच्चों के उज्जवल भविष्य के लिए नित्य नई नई योजना ला रही है बच्चे उच्च शिक्षा प्राप्त कर सकें उसके लिए सरकार छात्रवृत्ति से लेकर दूर से आने वाले बच्चों को निःशुल्क ड्रेस, पुस्तकें, सायकिल वितरण तक कर रही है। साथ ही ग्रामीण अंचल के बच्चों के रहने के लिए छात्रावास भी उपलब्ध करा रही है। जिस्से बच्चे तकनीकी शिक्षा प्राप्त कर सकें उसके लिए आई आई टी का भी कोर्स करवा रही है..
तकनीकी युग को देखते हुए बच्चे समुचित विकास कर सकें उसके लिए सरकार अनेक प्रयास कर रही है लेकिन शायद मंडला जिले में शिक्षा का स्तर बद से बदतर नजर आ रहा है या फिर ये कह सकते हैं कि जिम्मेदार पदों पर बैठे अधिकारी केवल अपनी खानापूर्ति करके केवल आफिस तक ही सीमित नजर आ रहे हैं..
ऐसा ही नया मामला मंडला जिले की ग्राम लिंगा पौड़ी का आया है जहां पर प्राथमिक शाला टिकराटोला संकुल केन्द्र लिंगा पौड़ी जहां पर पदस्थ शिक्षिका प्रीति चौरसिया जो प्रधान पाठक के प्रभार में पदस्थ हैं इनके द्वारा समय पर स्कूल न आना और समय से पहले ही स्कूल से चले जाना एवं स्कूल में अन्य शिक्षक को बुलाकर बैठकर गपशप करने का मामला सामने आया हैं, जिसको लेकर कुछ स्थानीय ग्रामीणों ने शाला में पदस्थ शिक्षक की शिकायत करते हुए उसे हटाने के लिए लिखित आवेदन दिया गया है पर शिकायत के बाद भी आज तक कोई कार्यवाही जिम्मेदारो के द्वारा नहीं कि गई, जिसको लेकर ग्राम वासियों ने शिकायत की है कि चौरसिया मैडम समय पर स्कूल नहीं आती और बच्चों को पढाई भी कराती हैं जिसकी शिकायत जिले के उच्च अधिकारियों को लिखित रूप में की गई है..जिसमें मांग की गई है कि इनको स्कूल से हटाया जाये…
इस प्रकार के शिक्षक जब स्कूल में होंगे तो निश्चित ही बच्चों का भविष्य अंधकारमय ही होगा…
ग्राम वासियों ने शिकायत में कहा की शिक्षिका प्रीति चौरसिया समय पर स्कूल न हीं आती और आती भी हैं तो अपने सहपाठी शिक्षक के साथ बैठकर घंटों बाते करती हैं स्कूल भवन भी जर्जर हालत में है जिसके लिए अनेक बार शिकायत की जा चुकी है लेकिन न भवन की मरम्मत करायी गई और न लिपाई पुताई करायी गई..
मेन्यू के हिसाब से भी भोजन नहीं दिया जाता और न बच्चों को पढ़ाया जाता है…इन्ही सब समस्या को लेकर ग्राम वासी सहायक आयुक्त और कलेक्टर को शिकायत की है..
इनका कहना है..
शिक्षिका प्रीति चौरसिया समय पर स्कूल नहीं आती और जल्दी घर चली जाती हैं स्कूल में अनयत्र शिक्षक को बैठाकर घंटो बाते की जाती हैं और मेन्यू के हिसाब से खाना भी नहीं दिया जाता एवं स्कूल भवन की हालत जर्जर है उसमें भी ध्यान नहीं दिया गया…ऐसी अनेक समस्या की शिकायत हमारे द्वारा की गई है।
नवल सिंह परते..
ग्राम वासी
स्कूल में खाने की गुणवत्ता नहीं है..मैन्यू के हिसाब से खाना नहीं दिया जाता और मैडम कभी भी समय पर स्कूल नहीं आती है..
अज्जू धुर्वे
ग्राम वासी…