फिर हुआ मिष्ठान दुकान संचालक पर हमला, बदमाशों के हौसले बुलंद, पुलिस पर सवालिया निशान

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जबलपुर।
जबलपुर के गोराबाजार थाना क्षेत्र के बिलहरी स्थित अमृत भोग मिष्ठान दुकान पर बीते दो दिनों में हुई लगातार घटनाओं ने पूरे क्षेत्र में सनसनी फैला दी है। शुक्रवार को हुई पहली घटना में दुकान संचालक और उसके बेटे पर पैसे न देने के विवाद को लेकर हमला किया गया था। इस हमले में पिता-पुत्र गंभीर रूप से घायल हुए थे। हमलावर वारदात के बाद मौके से फरार हो गए थे, और शिकायत के बावजूद पुलिस की निष्क्रियता सवालों के घेरे में है।

हमलावरों के हौसले बुलंद

रविवार की शाम करीब 7 बजे, अमोल पटेल (बिलहरी निवासी), रोहन पटेल (गोरखपुर निवासी), और उनके दो अन्य साथी दो मोटरसाइकिलों पर सवार होकर दुकान पहुंचे। उन्होंने दुकान संचालक आकाश गुप्ता को धमकाते हुए शिकायत वापस लेने का दबाव बनाया। जब उनकी धमकी काम नहीं आई, तो उन्होंने दुकान के काउंटर में तोड़फोड़ शुरू कर दी और गाली-गलौज करते हुए भाग निकले।

सतर्क पुलिसकर्मी ने पकड़ा एक आरोपी

घटना के दौरान गोराबाजार थाने में तैनात आरक्षक ओम प्रकाश बघेल की सतर्कता के चलते एक आरोपी को पकड़ लिया गया। बताया जा रहा है कि भागने की कोशिश कर रहे आरोपियों में से एक को आरक्षक ने पीछा कर दबोच लिया और थाने ले जाकर गिरफ्तार किया। पुलिस अब गिरफ्तार आरोपी से पूछताछ कर अन्य फरार आरोपियों का पता लगाने का प्रयास कर रही है।

पुलिस की कार्यशैली पर उठे सवाल

पीड़ित परिवार ने गोराबाजार पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाया है। शुक्रवार को हुए हमले के बाद आरोपियों की नामजद शिकायत के बावजूद कोई गिरफ्तारी नहीं की गई थी। इस लापरवाही का फायदा उठाते हुए आरोपियों ने रविवार को फिर से घटना को अंजाम दिया। पीड़ित परिवार का कहना है कि पुलिस की निष्क्रियता से बदमाशों के हौसले बुलंद हो रहे हैं।

क्षेत्र में दहशत का माहौल

लगातार हो रही घटनाओं से क्षेत्र में डर और आक्रोश का माहौल है। स्थानीय लोगों का कहना है कि पुलिस की निष्क्रियता से अपराधियों का मनोबल बढ़ता जा रहा है। लोगों ने पुलिस प्रशासन से क्षेत्र में कानून-व्यवस्था मजबूत करने और आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।

आगे की कार्रवाई

गोराबाजार पुलिस ने मामले में जांच तेज कर दी है और फरार आरोपियों की तलाश के लिए टीम गठित की है। पुलिस ने आश्वासन दिया है कि आरोपियों को जल्द ही गिरफ्तार किया जाएगा और पीड़ित परिवार को न्याय दिलाया जाएगा।

न्याय की आस में पीड़ित परिवार

आकाश गुप्ता और उनके परिवार का कहना है कि वे न्याय की उम्मीद में हैं। उन्होंने प्रशासन से सुरक्षा की गुहार लगाई है, ताकि ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।

इस घटना ने न केवल पुलिस प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए हैं, बल्कि यह भी उजागर किया है कि अपराधियों को पकड़ने और दंडित करने में प्रशासन कितना प्रभावी है।

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