रज़ा उत्सव का अंतिम दिन आज बड़ी संख्या में चित्रकारी करने पहुँच रहे है कला प्रेमी…
रेवांचल टाईम्स – मंडला मशहूर चित्रकार सैयद हैदर रज़ा के जन्मोत्सव पर रज़ा फाउंडेशन द्वारा आयोजित रज़ा उत्सव का आज आखिरी दिन है। 22 फरवरी को सैयद हैदर रज़ा और उनके पिता की कब्र में पुष्पांजलि से रज़ा उत्सव की शुरुआत हुई थी। इसके बाद रज़ा कला विधिक में चित्रकला प्रदर्शनी और माटी के रंग का आयोजन किया गया। शाम कलेक्टर डॉक्टर सलोनी सिडाना ने स्थानीय छायाकारों के छायाचित्रों की प्रदर्शनी का शुभारंभ किया। सांस्कृतिक संध्या में पूनम तिवारी और उनकी टीम ने नाट्य संगीत की प्रस्तुति से श्रोताओं को मंत्र मुग्ध कर दिया। 22 से 25 फरवरी तक लगातार रज़ा कला वीथिका में चित्रकला कार्यशाला एवं माटी पर रंग का आयोजन के तहत बड़ी संख्या में हर आयु वर्ग के लोग चित्रकारी करने पहुंचे। एक साथ एक ही छत के नीचे अलग-अलग आयु वर्ग के लोग कैनवास पर अपनी कल्पना को साकार रूप देते नजर आए। इस चित्रकला कार्यशाला में आशीष कछवाहा और गरिमा ताम्रकार कला प्रेमियों को चित्रकारी की बारीकियों से अवगत करा।
माटी पर रंग के तहत धनेश्वर प्रजापति द्वारा द्वारा परम्परागत चाक पर लोगों को मिट्टी की चीज बनाना सिखाते नजर आए। इस वर्ष रज़ा फाउंडेशन द्वारा ग्राफिक प्रिंटिंग की भी कार्यशाला आयोजित की गई। इसमें मनिंदर सिंह और प्रीति साहू द्वारा ग्राफिक प्रिंटिंग का हुनर लोगों को सिखाया गया। कार्यक्रम के अंतिम दिन भी रविवार को सुबह 11:00 बजे से शाम 5:00 बजे तक कला प्रेमी अपनी कला के जरिए सैयद हैदर राजा को अपनी सच्ची श्रद्धांजलि प्रदान करेंगे। मां रेवा सेवा महा आरती सेवा समिति और इनर वॉइस समिति मंडल के सहयोग से रज़ा फाउंडेशन द्वारा इस कार्यक्रम का सफल आयोजन किया जा रहा है।
वही रज़ा उत्सव को सफल बनाने में गजेंद्र सोनी के साथ – साथ इनर वॉइस से मेहजबीन, प्रतिक्षा , अपेक्षा, अभिषेक अंकलेश्वर, यश सिंगौर , ब्रजेश सेन, सागर उइके ,देवराज , प्रतीक धूमकेतु ,कृष्णा मरावी, नवीन झारिया उल्लेखनीय भूमिका का निर्वहन कर रहे है। रज़ा फाउंडेशन के सदस्य सचिव संजीव चौबे ने कलाप्रेमियों से अपील की है कि रज़ा उत्सव के अंतिम दिन वे बड़ी संख्या में चित्रकारी करने पहुंचे।