शहर में जगह जगह हो रहे अवैध कब्जे, प्रशासन दे रहा मौन स्वीकृति, शहर का सौंदर्यीकरण हो रहा खराब..
रेवांचल टाईम्स – मंडला नगर में शासकीय भूमि पर अवैध कब्जा करना आम बात हो चुकी है। औऱ भू माफ़िया जहाँ देखो वहां पर अपना ठेला टपरा बना कर अतिक्रमण कर रहे है नगर के अंदर कुकरमुत्तों की तरह से अतिक्रमण हो रहा है औऱ स्थनीय प्रशासन नगर पालिका प्रशासन तो चैन से कुंभकर्ण की गहरी नींद में सो रहा है आज नगर के अंदर चलने तक जगह नहीं बची हुई है भू माफ़िया जैसे ही खाली भूमि देखी औऱ उसमे तेजी से अपना हक जमाते हुये अपना कब्जा कर रहे है।
वही शहर की बेशकीमती जगहों पर कच्चे टपरे बना कर कब्जाकरण की शुरुआत की जाती है धीरे धीरे रातों रात पक्का निर्माण करके शासकीय प्रक्रियाओं का फायदा उठा कर पट्टा बनाकर जमीन पर पूर्ण रूप से कब्जा कर लिया जाता है।
जबसे नया तहसील कार्यालय बनना शुरू हुआ है तबसे एलआईसी कार्यालय के आसपास अवैध कब्जे करने की कवायद शुरू हो गई है।
ऐसा ही एक मामला नए तहसील कार्यालय के पास का सामने आया है जहां शासकीय भूमि पर हरी कनात लगाकर लोहे के पाइप गाड़ कर टीनशेड बना लिया गया। मीडियाकर्मियों द्वारा जब इस बात की सूचना नजूल अधिकारी को दी गई तब जाकर कार्यवाही की शुरुआत की गई। लेकिन अभी दो दिन बीत जाने के बाद भी इस अवैध निर्माण को नहीं हटाया जा सका है। कब्जाधारी भी मामला शांत होने का रास्ता देख रहे हैं। जैसे ही प्रशासन की नज़र हटेगी निर्माण पुनः प्रारंभ कर दिया जायेगा।
आपको बता दें कि अवैध कब्जे हटाने की शासकीय प्रक्रिया इतनी लचर है कि कब्जाधारी पूर्ण रूप से आश्वस्त रहता है कि ले देकर वह उस जगह को हड़प ही लेगा और होता भी बिल्कुल वैसा ही है।
हाल ही में नगरपालिका के सामने से बस स्टैंड की तरफ जाने वाले मार्ग में कुछ ऐसा ही नज़ारा देखने को मिला है जहां अब तक की स्थिति में लगभग 20 टपरे स्थापित हो चुके हैं। यह सब नगरपालिका और नज़ूल विभाग की नाक के नीचे हो गया।
वही इन अवैध कब्जों के चलते शहर का सारा सौंदर्य खराब हो चुका है। सारी अवैध गतिविधियां जैसे शराब, गांजा, स्मैक, जुआं, सट्टा इन्हीं अवैध कब्जाधारियों द्वारा संचालित की जा रही हैं।