प्रदेश के मुखिया के आदेशों को उड़ा रहें हवा में शासकीय कार्यालयों से अधिकारी,कर्मचारी डॉक्टर और शिक्षक है नदारत…

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रेवांचल टाईम्स – मंडला, ज़िले के विकास खंड नैनपुर के अन्तर्गत आनेवाले ग्रामों का बुरा हाल है ज़िम्मेदार अधिकारी कर्मचारी अपनी ज़िम्मेदारी से बचते नज़र आ रहे है और मुफ़्त में घर बैठकर ही सरकार से पूरी तनख़्वाह ले रहे है!
येसा ही एक मामला सामने आया है जहां पर ग्राम तिदुआ बम्हनी के शिक्षक और डॉक्टर अपना कर्तव्य नहीं निभा रहे इसके बाद भी ले रहें पूरी तनख़्वाह ड्यूटी नही करने के बाद भी निकल रहे है। पूरा वेतन और स्थानीय प्रशासन जिला प्रशासन आख़िरकार येसे काम चोरो पर कार्यवाही क्यों नहीं कर रही जहां पर बच्चों के भविष्य से खेल रहे शिक्षक और गरीबों को समय नहीं मिल रहा है ईलाज

शासन चाहे लाख कोशिश कर के मगर कर्मचारियों को नही सुधार सकते है। कहते है। की शासन कितने आदेश निकले उनका पालन नहीं वाले कर्मचारी और डॉक्टर पूरी तनख्वा ले रहें है। गरीब जनता को शिक्षा और चिकित्सा से कोई लाभ नहीं मिल रहा है। मगर शिकायत होने पर भी कोई कार्यवाही होना एक सवाल पैदा करती है। जिस छेत्र के सांसद विधायक मंत्री अधिकारी नेता से शिकायत करती है। मगर गरीब जनता की कोई सुनने वाला नहीं है। जिसके कारण नेता और अधिकारियों के विरोध में माहौल खड़ा होते रहा है। अधिकारी और कर्मचारी मजा कर रहें है।

क्या है। 01 मामला

ग्राम पंचायत तिंदुआ बम्हनी तहसील नैनपुर के शिक्षक रामप्रसाद परतें सहायक शिक्षक के पद पर पदस्थ है। मगर दिनांक 06/06/2024 से बिना सुचना के शाला से अनुपस्थित है। एकीकृत माध्यम तिंदुआ बम्हनी अनुपस्थित रहने के बाद शिक्षा विभाग की मिली भगत से हर महिने रामप्रसाद परतें शिक्षक वेतन प्राप्त कर रहें है। और विभाग अधिकारियों से साठ गांठ कर शिक्षक का वेतन भी निकाला जा रहा हैं वही ग्राम वासियों ने पूर्व विधायक से भी इस बात की चर्चा की मगर कोई सुनने वाला नहीं है। वही शिक्षा विभाग में सरकार फिरी का वेतन पाने शिक्षक पर कार्यवाही नही करवा बड़ा सवाल खड़ा करती है। जब विभाग के अधिकारियों से जानकारी ली गई तो उनका गोलमोल जवाब साबित करता है। की कितनी साठ गांठ कितनी गहरी है। ये साफ़ तरीक़े से देखा जा सकता है!
02 मामला
इसी तरह डॉक्टर रोनक यादव भी पिछली तारीख से 20/7/2023 से उपस्थित पंजी में हस्ताक्षर कर निकल जाती है। जिसके कारण ग्राम वासियों को चिकित्सा सुविधा नही मिल पा रही है। वही कुछ ग्रामीणों ने बताया की डॉक्टर साहब नही आते है। मगर दस्तावेजों में उपस्तिथि उनकी पूरी दर्ज है। हॉस्पिटल के कर्मचारी भी नहीं बताते है। की डॉक्टर साहब कब आयेगे । खेर शासन चाहे तो कुछ भी कर सकता है।
देखना अब यह की शिक्षक रामप्रसाद परतें और डॉक्टर रौनक यादव पर क्या कार्यवाही होती है। या एक बार फिर दोनो कर्मचारियों की साठ गांठ के चलते अधिकारी उनको बचा लेते है।

इनका कहना है।

हॉस्पिटल में डॉक्टर रौनक यादव और स्कूल में राम प्रसाद परते दोनो कर्मचारी 3 माह से नहीं आए है। और इनकी उपस्थिति पंजी में हस्ताक्षर हो जाते है। और पूरा वेतन भी ले रहे है। शिकायत के बाद भी कोई कार्यवाही हो रही है।
अब्दुल बद्दी खान
ग्राम तिदुआ बम्हनी

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