रानी दुर्गावती विष्वविद्यालय शैक्षणेत्तर कर्मचारी संघ, जबलपुर।
रेवांचल टाईम्स – विश्वविद्यालय के मेडिकल स्केण्डल के मुख्य आरोपी कर्मचारी संजय यादव और विवादित गेस्ट फेकल्टी दीपेश मिश्रा, जिनके विरूद्ध थाने में अनेक आपराधिक प्रकरण पंजीबद्ध हैं और माननीय न्यायालय में प्रकरण विचाराधीन हैं, द्वारा प्रभारी कुलसचिव दीपेष मिश्रा के समर्थन में नारेबाजी करवाकर विश्वविद्यालय का प्रशासनिक वातावरण खराब किया जा रहा है। रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय के शैक्षणेत्तर कर्मचारी संघ के कर्मचारियों द्वारा विधिवित निर्वाचित पदाधिकारी, एकजुटता के साथ समस्त कर्मचारियों के समर्थन से क्रमिक अनशन और धरना प्रदर्शन पिछले पांच दिनों से शांतिपूर्वक कर रहे हैं, लेकिन कुलसचिव द्वारा कतिपय कर्मचारी जिनकी उनसे आर्थिक अनियमितताओं में सांठ-गांठ है, द्वारा अन्य कर्मचारियों, साप्ताहिक श्रमिकों और अतिथि विद्वानों को मानदेय बढाने के बहाने से बुलाकर नारेबाजी कर कर्मचारी संघ के पदाधिकारियों को उकसा रहे हैं, जो कि कतई उचित नहीं है। संघ द्वारा कर्मचारियों की चिरलंबित मांगों के संबंध में कुलसचिव के विरूद्ध की गई सभी शिकायतें साक्ष्य सहित की गई हैं, परिसर स्थित जीर्ण-शीर्ण आवासों की स्थिति किसी से छिपी नहीं है, फिर भी कुलसचिव द्वारा नियमों को ताक पर रखकर छः करोड़ के देयकों का सत्यापन किया गया है।
धरने के आज छठवें दिन कर्मचारी राजशरण पाण्डेय अनशन पर बैठे। संघ के अध्यक्ष वीरेन्द्र सिंह पटैल और महासचिव राजेन्द्र प्रसाद शुक्ल ने कहा कि कर्मचारी संघ पूरी एकजुटता के साथ कुलसचिव के हटने तक अथवा सभी मांगों के पूरी होने तक आंदोलन के हर स्तर के लिये दृढ़संकल्पित है। इस अवसर पर संघ के प्रेम प्रकाश पुरोहित, रजनीश पाण्डेय, बीरेन्द्र कुमार तिवारी, संजय तिवारी, राम सिंह, सतेन्द्र मिश्रा आदि की उपस्थिति उल्लेखनीय रही।
(वीरेन्द्र सिंह पटेल) (राजेन्द्र प्रसाद शुक्ल)
अध्यक्ष महासचिव