मैया जी के जयकारों से गूंज उठा बजाग नगर, भक्तो ने भाव विभोर होकर अम्बे मां को दी अश्रुपूर्ण विदाई
चकरार नदी में धूम धाम से हुआ मूर्ति विसर्जन
दैनिक रेवांचल टाइम्स बजाग – नगर में शारदेय नवरात्र पर्व के दस दिवसीय धार्मिक आयोजन के उपरांत ग्यारहवे दिवस जगत जननी आदि शक्ति मां जगदम्बा को भक्तो ने भाव विभोर होकर नम आंखों से विदा किया।रविवार को तहसील मुख्यालय बजाग में दुर्गा प्रतिमाओ के विसर्जन का दौर दोपहर से शुरू होकर देर रात्रि तक चलता रहा।नगर के सभी दुर्गा पंडालों में बिराजित मां भवानी की मूर्तियों को चकरार नदी के तट पर ले जाया गया जहा पूजा आरती के बाद विधिविधान से दुर्गा प्रतिमाओं को श्रद्धा पूर्वक विसर्जित किया गया।देवी भक्तो ने नौ दिवसीय पर्व के दौरान मातारानी की आराधना में हुई भूल चूक के लिए जगत जननी माता के समक्ष हाथ जोड़कर क्षमा याचना मांगी एवं अश्रुपूर्ण आंखो से मां को विदा किया। मां अंबेरानी को विदाई देते हुए सभी सार्वजनिक दुर्गा उत्सव समितियों ने नगर में चलसमारोह निकाला।इस दौरान हजारों की तादात में सभी वर्गो के लोग महिला एवं पुरुष समेत धार्मिक आयोजन के भव्य जूलूस में शामिल हुए। चलसमारोह में शामिल भक्तो के लिए श्री राम मंदिर सार्वजनिक दुर्गा उत्सव समिति के तत्वाधान में नगर के व्यापारियों के द्वारा दो स्थानों पर जलपान एवं स्वल्पाहार की व्यवस्था की गई।सभी दुर्गा पंडालों की मूर्तियों को बाजे गाजे और डीजे की धुन में आतिश बाजी करते हुए सुसज्जित वाहनों से नगर भ्रमण कराया गया।इस मौके पर श्री राम मंदिर ,ठाकुर देव की मढिया,गांधी चौक,बजरंग मंदिर ,मोनी बाबा नर्मदा मंदिर, आवास मोहल्ला,कबीर मोहल्ला , हर्राटोला, शारदा मंदिर परडिया आदि स्थानों की मूर्तियों को चकरार नदी में विसर्जित किया गया।इसके अलावा नगर के आसपास के गावों में भी मूर्तियों का विसर्जन बड़े ही धूम धाम और हर्षों उल्लास के साथ किया गया।इसके पूर्व दशहरा की रात्रि नगर में काली निकाली गई। इस दौरान मां काली ने सभी दुर्गा पंडालों में उपस्तिथि दर्ज कराई ।हाथ में जलता हुआ खप्पर रखे मां काली का रौद्र रूप देखकर लोगो का आश्चर्य का ठिकाना न रहा।