दिव्यांगजनों के लिए रोटरी युवा नेतृत्व विकास कार्यक्रम ‘रायला’ का शुभारंभ
रेवांचल टाईम्स – मण्डला, 16 नवम्बर। रोटरी क्लब मंडला मेकल के द्वारा आयोजित रोटरी युवा नेतृत्व विकास कार्यक्रम ‘रायला’ का शुभारंभ कलेक्टर सोमेश मिश्रा के मुख्य आतिथ्य में हुआ। इस कार्यक्रम का आयोजन स्थानीय होटल में किया गया, जिसमें जिला पंचायत सीईओ श्रेयांश कूमट, नगर पालिका अध्यक्ष विनोद कछवाहा, सांसद प्रतिनिधि जयदत्त झा, रॉयला कोऑर्डिनेटर एवं पूर्व निशक्तजन आयुक्त बलदीप सिंह मैनी, पास्ट डिस्ट्रिक्ट गवर्नर रंजीत सिंह सैनी, जबलपुर रोटरी क्लब प्रेसिडेंट लकी अरोरा, सेक्रेटरी दीप मुखर्जी और काउंसलर एवं मोटिवेटर संजय चौबे ने विशिष्ट अतिथि के रूप में भाग लिया।
कार्यक्रम की शुरुआत राष्ट्रगान के साथ हुई, जिसके बाद कलेक्टर और सीईओ जिला पंचायत मंडला ने रोटरी क्लब मंडला 2024-25 के नए प्रेसिडेंट गीता काल्पीवार एवं सेक्रेटरी प्रसन्न सराफ को कॉलर पहनाकर पदभार ग्रहण कराया। इस अवसर पर राजा शुक्ला, राजकुमार जैन, अभिषेक बाजपेई और शक्ति क्षेतीजा को पिन पहनाकर रोटरी क्लब मंडला का सदस्यता दिलाई गई। कार्यक्रम में जस्टिस तन्खा स्कूल सेक्रेटरी संजय तिवारी ने रॉयला के उद्देश्य और रोटरी क्लब मंडला के कार्यों के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
कार्यक्रम में विशेष आकर्षण रहा जब जेटीएमआरआई जबलपुर के मुंह बधिर विद्यार्थियों ने नृत्य की प्रस्तुति दी, वहीं शासकीय विद्यालय बबलिया की छात्रा आंचल परस्ते और भीम डोंगरी की छात्रा द्रौपदी धुर्वे ने दिव्यांग होने के बावजूद अपनी क्षमताओं को प्रदर्शित किया। कलेक्टर सोमेश मिश्रा ने इन विद्यार्थियों की हिम्मत और प्रयासों की सराहना की। उन्होंने कहा कि दिव्यांगता किसी की कमजोरी नहीं होती, बल्कि यह हमें हमारी विशेष क्षमताओं को पहचानने का अवसर देती है। वे कहते हैं, “दिव्यांगता जीवन में आगे बढ़ने से हमें नहीं रोक सकती, हमें अपनी सकारात्मक सोच और मेहनत के साथ आगे बढ़ना चाहिए।”
कार्यक्रम में बलदीप सिंह मैनी ने रोटरी सदस्यों का मोटिवेशन किया और रायला के माध्यम से दिव्यांग बच्चों के विकास के लिए किए जा रहे प्रयासों की जानकारी दी। पास्ट डिस्ट्रिक्ट गवर्नर रंजीत सिंह सैनी ने रायला को दिव्यांग बच्चों के विकास के लिए एक महत्वपूर्ण पहल बताते हुए इसे नींव का पत्थर माना। अतिथियों को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया और रोटरी क्लब मंडला के सेक्रेटरी प्रसन्न सराफ ने आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम का संचालन अखिलेश उपाध्याय ने किया।
इस आयोजन में दिव्यांग छात्रों को नेतृत्व विकास और समस्या समाधान के विषय में मार्गदर्शन देने के लिए विशेषज्ञों द्वारा विशेष सत्र आयोजित किए गए। 16 और 17 नवम्बर को आयोजित इस दो दिवसीय कार्यक्रम में मुंबई से विशेष रूप से आमंत्रित संजय चौबे ने नेतृत्व विकास की विभिन्न विधाओं पर दिव्यांग जनों को अवगत कराया।
रॉयला कार्यक्रम का उद्देश्य दिव्यांगजनों को अपने भीतर नेतृत्व क्षमता का विकास करना और उन्हें समाज में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए तैयार करना है। इस आयोजन में भोपाल, बिलासपुर, जबलपुर और मंडला के दिव्यांग छात्राएं भी सम्मिलित हैं, जो इस कार्यक्रम के माध्यम से अपनी क्षमताओं को बेहतर तरीके से पहचान सकेंगी।
कार्यक्रम में रोटरी क्लब मंडला के कई सदस्यों और समाजसेवियों ने भाग लिया, जिनमें जस्टिस तन्खा स्कूल के सेक्रेटरी संजय तिवारी, असिस्टेंट डिस्ट्रिक्ट गवर्नर अजय खोत, डॉ. राजेश चौरसिया, डॉ. विजेंद्र चौरसिया, सुरेश चौधरी, अविनाश गोयल, डॉ. उपेंद्र शुक्ला, आशीष सेठ, साधना दुबे, डॉ. सालोमन भिंगारदिवे, डॉ. रुबीना भिंगारदिवे, दिलीप तिवारी, पंकज मोदी, राजेंद्र सोनी, मृदुला काल्पीवार, डीके सिंगौर, मुकेश जैन, कपिल वर्मा और अन्य रोटेरियन शामिल थे।
रोटरी क्लब मंडला द्वारा आयोजित यह कार्यक्रम दिव्यांगजनों के लिए एक महत्वपूर्ण पहल साबित हो रही है, जो न केवल उनके आत्मविश्वास को बढ़ाएगा, बल्कि उन्हें समाज में अपने अधिकारों और कर्तव्यों को निभाने के लिए भी प्रेरित करेगा।
