रोटी का यह उपाय रातों रात चमका सकता है आपकी किस्मत, बनेंगे धनवान

77

सनातन धर्म में शनिवार का दिन न्याय के देवता भगवान शनिदेव को समर्पित है और इस दिन इनका पूजन करना बहुत ही फलदायी माना जाता है. जिस व्यक्ति की कुंडली में शनिदोष होता है या शनि की साढ़े साती चल रही है तो उसे शनिवार के दिन शनिदेव की पूजा अवश्य करनी चाहिए. साथ ही उन्हें सरसों का तेल अर्पित करना चाहिए. ऐसा करने से कुंडली में मौजूद शनिदोष का प्रभाव कम होता है और रूके हुए कार्य बनने लगते हैं. इसके अलावा शनिवार के दिन अगर कुछ उपाय अपनाएं तो भगवान शनिदेव जातक पर अपनी कृपा बनाए रखते हैं.

शनिवार के उपाय

  • शनिदेव को प्रसन्न करना चाहते हैं तो इसके लिए कुछ आसान उपाय अपनाए जाते हैं. इसमें से सबसे सरल उपाय है कि कुत्ते को रोटी खिलाना. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार शनिवार के दिन अगर आप रोटी पर सरसों का तेल लगाकर कुत्ते को खिलाते हैं तो शनिदेव प्रसन्न होते हैं और कुंडली से शनि दोष का प्रभाव कम होता है. यह उपाय अपनाने से सफलता के मार्ग भी खुलते हैं.
  • धर्म शास्त्रों के अनुसार कुत्ता भगवान शनिदेव का वाहन है और शनिवार के दिन कुत्ते को खाना खिलाने से शनिदेव बहुत प्रसन्न होते हैं. इससे जातक के जीवन में चल रही समस्याएं दूर होती है. अगर किसी व्यक्ति की कुंडली में शनि की साढ़े साती या ढैय्या चल रही है तो उसे यह उपाय जरूर अपनाना चाहिए.
  • ज्योतिष शास्त्र के अनुसार शनिवार के दिन कुत्ते को सरसों के तेल से चुपड़ी हुई रोटी खिलाने से राहु-केतु से संबंधित दोष भी समाप्त होते हैं. साथ ही कालसर्प योग से पीड़ित व्यक्ति को भी यह उपाय जरूर करना चाहिए.
  • इसके अलावा शनिवार के दिन गरीबों व जरूरतमंदों को अपनी क्षमता के अनुसार दान अवश्य देना चाहिए. यह बहुत ही फलदायी माना जाता है. यदि संभव हो तो शनिवार के दिन जरूरतमंदों को उड़द की दाल से बनी कचौड़ी खिलानी चाहिए.
  • अगर आप शनिदेव की कृपा पाना चाहते हैं तो शनिवार के दिन शनिदेव के मंदिर में जाएं और वहां जाकर उनके समक्ष सरसों के तेल का दीपक जलाएं. ध्यान रखें कि तेल का दीपक जलाते समय उसमें कुछ काले तिल के दाने जरूर डालने चाहिए.

डिस्क्लेमर: यहां दी गई सभी जानकारियां सामाजिक और धार्मिक आस्थाओं पर आधारित हैं.रेवांचल टाईम्स  इसकी पुष्टि नहीं करता. इसके लिए किसी एक्सपर्ट की सलाह अवश्य लें.

instagram 1
Leave A Reply

Your email address will not be published.