डायबिटीज कंट्रोल करने मरीज सुबह नाश्ते में क्या खाएं क्या नहीं? जानिए
डायबिटीज (diabetes) के मरीजों (Diabetes patient) का ब्लड शुगर घटता-बढ़ता रहता है और इसे कंट्रोल में रखना कभी-कभी बहुत मुश्किल हो जाता है। टाइप 2 डायबिटीज (TYPE 2 diabetes) के मरीजों को खानपान से बहुत सावधानी रखने की सलाह दी जाती है। ब्रेकफास्ट हमारे दिन भर के खाने का सबसे जरूरी हिस्सा होता है। शोध के मुताबिक, सुबह के समय संतुलित डाइट लेने से ब्लड ग्लूकोज पूरे दिन स्थिर रहता है। हेल्थ एक्सपर्ट्स के अनुसार, डायबिटीज के मरीजों को अपने ब्रेकफास्ट में ये 5 चीजें जरूर शामिल करनी चाहिए।
सेरियल्स और दूध (Cereal and milk)- अगर आप पहले से ही नाश्ते में दूध के साथ एक कटोरी सेरियल्स लेते हैं तो आप बिल्कुल सही रास्ते पर हैं। 2018 की एक स्टडी में पाया गया है कि दिन की शुरुआत हाई प्रोटीन वाले दूध-सेरियल्स से करने से टाइप 2 डायबिटीज को दूर रखने में मदद मिल सकती है, और इससे वजन भी कम होता है। गुएल्फ़ और टोरंटो यूनवर्सिटी की एक टीम ने पाया कि नाश्ते में अनाज यानी सेरियल्स को पानी की तुलना में दूध के साथ लेने से ब्लड ग्लूकोज का स्तर काफी कम हो जाता है। शोधकर्ताओं का कहना है कि दूध में पाए जाने वाले प्रोटीन पाचन को धीमा करते हैं जिससे पेट देर तक भरा रहता है। दूध के साथ ऐसे साबुत अनाज चुनें जिनमें शुगर की मात्रा बहुत कम हो।
टोस्ट और स्प्रेड (Wholegrain toast and spread)-
अगर आपको सुबह ब्रेड या टोस्ट पसंद है तो बस इस बात का ध्यान रखें कि ये साबुत अनाज वाले हों। हेल्थ एक्सपर्ट्स के अनुसार, सफेद ब्रेड की बजाय साबुत अनाज से बने जैसे सीडेड बैच ब्रेड, मल्टी-सीड, सोया और अलसी वाले ब्रेड का चुनाव करें। ये ब्रेड खासतौर से डायबिटीज के मरीजों के लिए बहुत अच्छे होते हैं। ये पाचन को बेहतर करते हैं और पेट देर तक भरा रहता है। आप इस पर ऑलिव ऑयल से बने स्प्रेड और अंडे लगाकर भी खा सकते हैं। ध्यान रखें कि ब्राउन ब्रेड और होलमील ब्रेड अलग होते हैं। इसलिए खरीदते समय लेबल जरूर पढ़ें।
योगर्ट (Yoghurt)-
दिन की शुरुआत योगर्ट या दही के साथ करना एक बढ़िया तरीका है। बस ध्यान रखें कि इसमें शुगर की मात्रा बिल्कुल भी ना हों। योगर्ट में होने वाला शुगर ना सिर्फ डायबिटीज बढ़ाता है बल्कि ये मोटापा (obesity) भी बढ़ाता है। मोटापा बढ़ने से डायबिटीज को कंट्रोल करना मुश्किल हो जाता है और इससे कई तरह की बीमारियां होने का खतरा बढ़ जाता है। बहुत ज्यादा शुगर दातों को भी नुकसान पहुंचाता है। हेल्थ एक्सपर्ट्स का कहना है कि प्लेन योगर्ट या दही में ताजे फल डालकर खाना ज्यादा सेहतमंद रहता है।
ओट्स (Oats)-
कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स(blood sugar control) होने के कारण टाइप 2 डायबिटीज वालों के लिए ओट्स एक बढ़िया विकल्प है। जिन फूड्स प्रोडक्ट्स में ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है वो ब्लड ग्लुकोज लेवल को आसानी से संतुलित करते हैं। ओट्स में फाइबर की मात्रा भी अच्छी होती है, जो वजन और पाचन स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए जरूरी है। ये दिल की बीमारियों से भी बचाता है। डायबिटीज के मरीजों में दिल की बीमारी का खतरा ज्यादा होता है। आप इसे दूध में डालकर, खिचड़ी, या फिर स्मूदी बनाकर भी खा सकते हैं।
फाइबर वाले फूड (Fibre)-
हेल्थ एक्सपर्ट्स का कहना है कि अपनी डायबिटीज के मरीजों को ब्लड शुगर कंट्रोल (blood sugar control) करने के लिए अपनी डाइट में फाइबर की मात्रा बढ़ानी चाहिए। आप अपने ब्रेकफास्ट में कई तरह से फाइबर को ऐड कर सकते हैं। इसके लिए ब्रेकफास्ट में जामुन खाएं, सेरियल्स में थोड़े से सूखे फल या आधा केला डालें या टोस्ट में ग्रील्ड टोमैटो लगाएं। योगर्ट या दलिया में नट्स डालें और ओट-बेस्ड, चोकर या होलग्रेन ब्रेकफास्ट सीरियल्स, और होलमील ब्रेड चुनें।