डॉ विजय आनंद मरावी बने प्रीति के लिए मसीहा
नाक की बीमारी से परेशान प्रीति का निशुल्क कर दिया सफल ऑपरेशन
रेवांचल टाइम्स मंडला आदिवासी बाहुल्य जिले मंडला डॉक्टर की कमी से जूझ रहा है एक ओर जहां नगरीय क्षेत्र में ही डॉक्टरों की कमी है तो वही ग्रामीण क्षेत्रों का आकलन आप लगा सकते है। शासकीय अस्पतालों में लोग इलाज के लिए भटकते रहते हैं।
ऐसी ही एक महिला प्रीति पट्टा जो कि अपनी नाक की बीमारी (नेजल पॉलिब) से लगभग तीन वर्षों से परेशान चल रही थीं सांस लेने में दिक्कत हो रही थी लेकिन इनका समुचित इलाज नहीं हो पा रहा था। आर्थिक रूप से कमजोर प्रीति का पति मजदूरी करके अपने परिवार का जीवन यापन चलाता है प्राइवेट डॉक्टरों ने प्रीति के इलाज का तीन लाख रुपया चार्ज बताया और इससे कम में इलाज न होने की बात तक कह दी गईं ऐसे में ग्रामीण क्षेत्र बिछिया ब्लॉक की रहने वाली प्रीति ने अपनी नाक की बीमारी से निजात पाने की आस ही छोड़ दी
जब प्रीति की इस बीमारी के विषय में समाजसेवी गोंड अंकित कुमार मरकाम द्वारा डॉ विजय आनंद मरावी को बताया तो उन्होंने प्रीति को बुलाया और बीमारी को समझते हुए उसका निशुल्क उपचार कर दिया। प्रीति और उसके परिवार जनों सहित सम्पूर्ण आदिवासी समाज ने डॉ विजय आनंद मरावी एवं समाजसेवी गोंड अंकित कुमार मरकाम को हृदय से धन्यवाद दिया।
डॉ मरावी बड़े ही नेक दिल, मृदुभाषी समाजसेवी हैं। आदिवासी बाहुल्य क्षेत्रों में वर्षों से अपनी सेवाएं दे रहे हैं। आदिवासी समाज में एक मसीहा के रूप में डॉ मरावी समाज के लिए ऐसे ही कार्य करते रहते हैं।