रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय शैक्षणेत्तर कर्मचारी संघ, जबलपुर कर्मचारी संघ द्वारा क्रमिक अनशन-धरना प्रदर्शन प्रारंभ..जोर पकड़ रही प्रभारी कुलसचिव दीपेश मिश्रा को हटाने की मांग
रेवांचल टाईम्स – जबलपुर, रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय परिसर स्थित जीर्ण-शीर्ण शासकीय आवासों की मरम्मत, 6 करोड़ रूपये भवन मरम्मत घोटाले की जाँच, 2008-13 कर्मचारियों के समयमान एरियर का भुगतान, बैकलाग कर्मचारियों और 35 वर्ष की सेवा पूर्ण करने वाले कर्मचारियों को समयमान वेतनमान प्रदान करने, शासकीय वाहनों के हो रहे खुलेआम दुरूपयोग पर रोक, शासन के आदेशानुसार सभी कर्मचारियों को श्रमसाध्य भत्ते का भुगतान, विश्वविद्यालयीन पेंशनर्स का 7वें वेतनमान अनुसार तत्काल फिक्सेशन करने, तकनीकी कर्मचारियों को नियमानुसार 7वें वेतनमान अनुसार वेतन भुगतान, दिवंगत कर्मचारियों के आश्रितों को अनुकम्पा नियुक्ति प्रदान करने जैसी जायज और कर्मचारियों की मूलभूत समस्याओं का लंबे समय से निराकरण नहीं होने के परिणामस्वरूप कर्मचारी संघ प्रभारी कुलसचिव श्री दीपेश मिश्रा के विरूद्ध क्रमिक अनशन और धरना प्रदर्शन किया गया। क्रमिक अनशन के प्रथम दिन संघ के महासचिव श्री राजेन्द्र प्रसाद शुक्ला द्वारा क्रमिक अनशन पर बैठे। कर्मचारी संघ के अध्यक्ष वीरेन्द्र सिंह पटैल, सतेन्द्र मिश्रा, सुनील मिश्रा द्वारा उनका माल्यार्पण एवं तिलक लगातार उनका स्वागत कर उन्हें धरने पर बिठाया गया।
इस अवसर पर आयोजित सभा को संबोधित करते हुए महासचिव श्री राजेन्द्र प्रसाद शुक्ला द्वारा विगत 1 वर्ष में प्रभारी कुलसचिव द्वारा कर्मचारियों के साथ किये जा रहे पक्षपातपूर्ण व्यवहार और लचर प्रशासनिक व्यवस्था को रेखांकित किया। संघ के अध्यक्ष श्री वीरेन्द्र सिंह पटैल ने कहा कि प्रभारी कुलसचिव लगातर कर्मचारी संघ के विघटन का कार्य कर रहे हैं, जिससे विश्वविद्यालय के कर्मचारियों में भारी रोष व्याप्त है। यदि शीघ्र ही कर्मचारियों की जायज समस्याओं का निराकरण नहीं किया गया तो विश्वविद्यालय के कर्मचारी चरणबद्ध रूप से कार्य के बहिष्कार और आमरण अनशन के लिये भी बाध्य होंगें, जिसकी सम्पूर्ण जिम्मेवारी श्री दीपेश मिश्रा की होगी। इस अवसर पर कर्मचारी संघ के उपाध्यक्ष प्रेमप्रकाश पुरोहित, संयुक्त सचिव रजनीश त्रिपाठी, पूर्व महासचिव राम सिंह, बीरेन्द्र कुमार तिवारी, रजनीश त्रिपाठी, श्रीकांत शुक्ला, राजू शेगोकर, कृष्ण कुमार पाठक, डॉ० हरेकृष्ण पाण्डेय, श्रीकांत गौतम, राजेन्द्र प्रजापति, बाटूलाल, निश्चल बाजपेई की उपस्थिति उल्लेखनीय रही।
(वीरेन्द्र सिंह पटैल) (राजेन्द्र प्रसाद शुक्ला)
अध्यक्ष महासचिव