जनता करे इंतजार कब नींद से जागेंगे खनिज विभाग के जिम्मेदार
रेवांचल टाइम्स मंडला – आदिवासी बाहुल्य जिले में शासन प्रशासन और यहां तक अब प्रदेश के मुखिया मोहन यादव ने भी सख्त निर्देश दिये हैं कि अवैध उत्खनन और परिवहन पर सख्ती से कार्रवाई की जाये और पुलिस और प्रशासन के साथ संभागीय टास्क फोर्स की मदद के साथ सख्त कार्रवाई करें लेकिन शायद मंडला जिले में खनिज विभाग को आदेश पारित होता है या फिर खनिज विभाग के प्रभारी जिला खनिज अधिकारी स्वय का आदेश मानते है या कहे कि वह स्वयं भू बन बैठे है जहाँ पर ये जिले के मुखिया के आदेशो को नजर अंदाज कर केवल कागजों पर ही सीमित है खनिज विभाग खुद की आंखों में नोटों की पट्टी बांधकर देखकर भी अनदेखी करती नजर आती है..जगह जगह बेखौफ बिना नंबरों के वाहन रात दिन सड़कों पर दौड़ते नजर आते हैं बीते दिनों मंडला के पास रेत से भरे हायवा नें एक परिवार को टक्कर भी मार दी इसके बाद भी खनिज विभाग को नजर नहीं आता कि अवैध उत्खनन और परिवहन पर कार्रवाई करे आखिर जिले में बैठे खनिज विभाग के मुखिया को ये सब नजर नहीं आता..
ऐसा ही हाल घुघरी में भी देखने मिल रहा है कि दिन से लेकर रात तक पूरी तरह अवैध उत्खनन करते बिना नंबरों के ट्रेक्टर देखे जा सकते हैं और खनिज माफियाओं का रौब कहें या गुंडागर्दी खुलेआम प्रशासन और पुलिस थाना के सामने से परिवहन करते हैं और अगर रेत रायल्टी की है तो रात में परिवहन क्यों आखिर रात में रेत निकाल कर तेज रफ्तार में बिना नंबरों के वाहन बिना किसी प्रशासनिक अमले के डर के दौड़कर यातायात और आमजन के अमूल्य जीवन को खतरे में डालकर रेत चोरी की जा रही है..
रात दिन रेत की चोरी से रेत चोर तो अपनी तिजोरी भर रहे हैं लेकिन साथ साथ राजस्व को भी भारी मात्रा में क्षति पहुंचाई जा रही है..
जानकारी के अनुसार कहीं न कहीं खनिज विभाग इस नजरअंदाजी के रवैये से राजस्व को घाटा पहुंचाकर अधिकारी गण अपनी जेब भरने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं..
खनिज विभाग में बैठे अधिकारीगण से लेकर बाबू तक अपनी सेटिंग के चलते जिले में हो रहे अवैध रेत उत्खनन पर नजर जमाये रहते हैं..
वही अवैध रेत का भंडारण देखने ही मिल रहा है रात में रेत चोरी करके भंडारण करते हैं दिन में उसी रेत को बेचकर फिर रात में भंडारण किया जाता है जिससे साफ नजर आता है कि घुघरी में नीलाम खदानों के बाद भी रेत चोरी का काला कारनामा स्थानीय प्रशासन की मौन सहमति और खनिज विभाग की कुंभकर्णी नींद का खुला संदेश देती है..
आखिर इनको संरक्षण दे कौन रहा है और क्या खनिज माफिया कहें या रेत चोर इनको न पुलिस का डर है और न प्रशासन का..इनपर कार्रवाई कौन करेगा…
इनका कहना है..
रेत खदान तो नीलाम हो चुकी है और रायल्टी वाली रेत है फिर भी मुझे जानकारी नहीं है आप पता कर लीजिए मुझे जानकारी नहीं है…
वेदराम हनोते
थाना प्रभारी घुघरी.
रेत खदानें सरेंडर करने के लिए आवेदन लगा हुआ है,
अभी हुए नहीं हैं रेत ठेकेदार चाहें तो निकाल सकते हैं और चाहें तो न निकालें..
राहुल सांडिल्य
जिला खनिज अधिकारी मंडला