किसान गर्जना संगठन का किसान हितैषी पत्र पहुंचा कलेक्ट्रेट से वल्लभ भवन अब धान के रेट बढ़ाकर किसानों के खातों में जमा करने विचार जरूर करेगी सरकार
दैनिक रेवांचल टाइम्स मंडला जिले के किसान गर्जना संगठन के द्वारा किसानों के हित में मुख्यमंत्री को संबोधित कर लिखा पत्र 5 दिसंबर को कलेक्ट्रेट में दिया गया था इस पत्र को किसान कल्याण विभाग मंत्रालय वल्लभ भवन पहुंचा दिए जाने की सूचना किसान गर्जना संगठन के नाम 12 दिसंबर को लिखे पत्र के माध्यम से कलेक्ट्रेट के द्वारा 18 दिसंबर को मिली है। जिससे शोषित पीड़ित किसानों के हित में काम कर रहे किसान गर्जना संगठन में खुशी का माहौल बनने लगा है।कि जिले के किसानों की जायज मांग को सरकार तक पहुंचाने जैसे नेक काम के लिए जिला प्रशासन को धन्यवाद ज्ञापित किया गया है।
बता दें,कि तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज चौहान के द्वारा विधानसभा चुनाव 2023 के पूर्व धान की खरीदी ₹ 3100/ प्रति क्विंटल की दर पर किए जाने की घोषणा संकल्प पत्र में रखकर की गई थी,2023 के विधानसभा चुनाव संपन्न होने के बाद की गई धान खरीदी पर किसानों के हित में की गई इस महत्वपूर्ण घोषणा पर कोई अमल नहीं किया गया जिससे जिले के लाखों किसान ठगे छले हुए अनुभव कर रहे हैं।
2023 में ही मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव के द्वारा सीजन 2024 में ₹ 3100/ प्रति क्विंटल की दर पर धान खरीदी किए जाने की बात दोहराई गई। पहले के रेट पर 2023 में की गई धान खरीदी और आस्वासन के अनुसार बढ़ाये हुए रेट के बीच का अंतर यानी ₹ 800/ प्रति क्विंटल बोनस की राशि देकर घाटे की भरपाई कर दिए जाने की भी बात वर्तमान मुख्यमंत्री के द्वारा कही गई। विधानसभा चुनाव 2023 संपन्न होने के बाद भाजपा की ही सरकार बनी।2023 और फिर दूसरी बार 2024 के लिए धान खरीदी चालू हो गई है,परंतु किसानों को बढ़ाए गए रेट पर लाभ नहीं दिया जा रहा है। न ही 800 रुपए प्रति क्विंटल बोनस की राशी ही दी जा रही है।जगजाहिर है, ताबड़तोड़ मंहगे बीज,खाद, मजदूर,दवाईयां और अन्य मंहगे संसाधनों से तैयार फसल को माटी मोल बेचकर खेती को घाटे का सौदा बनाने किसान अभी भी मजबूर होता जा रहा है।
जबकि पड़ोसी प्रदेश छत्तीसगढ़ में भी भाजपा की ही सरकार है,जहां पर 3100/प्रति क्विंटल की दर पर खरीदी पिछले वर्षों से ही की जा रही है। फिर मध्यप्रदेश में क्यों नहीं।
किसान गर्जना संगठन मध्यप्रदेश के प्रदेश अध्यक्ष अरविंद चौधरी के आवाहन पर मंडला जिले में किसान गर्जना संगठन का प्रतिनिधित्व कर रहे पी.डी.खैरवार एवं सहजान परस्ते के द्वारा विश्वास के साथ सरकार से मांग करते हुए पत्र लिखा गया है,कि धान का मूल्य सीजन 2023 की खरीदी पर 800 रुपए की दर से प्रति क्विंटल बोनस एवं 2 दिसंबर से चालू हुई 2024 की खरीदी पर ₹ 3100/ प्रति क्विंटल भुगतान किया जाए।समय पर ऐसा नहीं किये जाने की स्थिति में बहुत जल्द अपनी लंबित मांगों को पूरा कराने लोकतांत्रिक तरीके से आंदोलन करने के लिए जिले भर के किसानों को विवश होना पड़ेगा।