शिकार का था मंसूबा, दो युवकों की गई थी जान….अब फरार आरोपी को पुलिस ने किया गिरफ्तार
वन और वन्यप्राणियों की सुरक्षा की शिकारी खोल रहे पोल....
दैनिक रेवाचल टाइम्स सिवनी /उगली जंगल में वन्यप्राणी का शिकार करने के मंसूबे से फैलाए करंट की चपेट में आने से दो युवकों की मौत हो गई थी। करंट फैलाने वाला आरोपी इस घटना के बाद से फरार था, जिसे पुलिस ने गिरफ्तार कर पूछताछ किया, तो घटना की पूरी हकीकत सामने आई।
उगली थाना पुलिस के मुताबिक क्षेत्र के ग्राम बनाथर के पीछे जंगल में 25 नवम्बर 2023 को वन्यप्राणी का शिकार करने के लिए आरोपियों ने विद्युत करंट के तार बिछाए थे। जिसकी चपेट में आने से नवीन धुर्वे एवं पवन बरकड़े की मौत हो गई थी। तब पुलिस ने अज्ञात आरोपी के खिलाफ गैरइरादतन हत्या की धारा का मामला कायम कर जांच की जा रही थी। जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि संदेही लक्ष्मण सिंह धुर्वे (36) निवासी उग्दीवाड़ा-सनाथर गांव से फरार हो गया है।
पुलिस ने जांच करते हुए फरार संदेही लक्ष्मण सिंह को तलाशने मुखबिरों को काम पर लगाया। इसी दौरान पता चला कि संदेही लक्ष्मण छिंदवाड़ा जिले के चांद थाना अंतर्गत बतरी गांव में मजदूरी कर रहा है। तब उगली पुलिस टीम ने बतरी गांव पहुंचकर लक्ष्मण धुर्वे को गिरफ्तार कर उगली लाया। पूछताछ में संदेही ने जंगल में विद्युत करंट का तार बिछाने की बात कबूली। बताया कि वन्यप्राणी को मारने के उद्देश्य से तार बिछाए थे, लेकिन उसकी चपेट में ये युवक आ गए थे।
आरोपी लक्ष्मण धुर्वे से पूछताछ के बाद पुलिस ने उसकी निशानदेही पर घटना में उपयोग किए गए जीआई तार एवं बांस की खंूटी जब्त किया है। बुधवार को पुलिस ने आरोपी को न्यायालय में प्रस्तुत करने के बाद जेल भेज दिया है। आरोपी की गिरफ्तारी में उगली थाना प्रभारी उपनिरीक्षक सदानंद गोदेवार, सहायक उपनिरीक्षक सीएल सिंगमारे, आरक्षक दीपक कावरे, गणेश हनवत की अहम भूमिका रही।
वन अमला लगातार हो रहा फेल
उगली, पांडियाछपारा क्षेत्र में पिछले कुछ महीनों से वन अपराध बढ़ गए हैं। पिछले दिनों यहां से शिकार किए गए बाघ की खाल सहित आरोपी को मंडला जिले के बिछिया थाना पुलिस ने गिरफ्तार किया था, इसके बाद वहां की पुलिस ने पांडियाछपारा क्षेत्र से आरोपियों को भी गिरफ्तार कर ले गई थी। जबकि वन महकमे का अमला और सूचना तंत्र फेल था, उन्हें बिछिया पुलिस से ही इसकी खबर मिली थी। दूसरी वारदात में जंगल में फैलाए करंट से दो युवकों की मौत होने पर भी वन महकमा सक्रिय नहीं हुआ। जंगल के अंदर लगातार बड़ी-बड़ी घटना हो रही है, लेकिन वन विकास निगम और वन अमला अब भी वन और वन्यप्राणियों की सुरक्षा को लेकर गंभीर नजर नहीं आ रहा है।