पात्रता परीक्षा में मैरिट में आई एएनएम को किया अपात्र।
रेवांचल टाइम्स मंडला : मध्यप्रदेश कर्मचारी चयन मंडल द्वारा आयोजित ग्रुप 5 की परीक्षा में मैरिट में चयनित एएनएम को स्थाई नियुक्त के समय दस्तावेज सत्यापन के समय अपात्र कर दिया गया जिससे महिला बहु उद्देशीय स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं में निराशा है 10,15 साल की सेवा के बाद शासन की भेदभाव नीति के चलते सभी एएनएम खुद को ठगा सा महसूस कर रही हैं साथ ही सरकार के इस रवैये से आक्रोशित भी है
पीड़ित स्वस्थ कार्यकर्ताओं ने बताया की पूर्व में शासन द्वारा महिला बहुद्देशीय कार्यकर्ता का प्रशिक्षण 18 माह का लिए जाता था जिसकी चयन 10 वी कक्षा के आधार पर ही होता था।इस आधार पर अधिकतर कार्यकर्ता 10 वी पास ही है। इस आधार पर चयनित कार्यकर्ताओं को राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन द्वारा सविदा पद पर नियुक्त किया गया था तब से सभी कार्य एएनएम स्वास्थ्य विभाग में अपनी सेवाएं 10,15 वर्षो से देते आ रहीं हैं।जब उनके स्थाई होने का वक्त आया तो जीव विजय संकाय व 2 वर्ष का प्रशिक्षण न होने के कारण पुरानी एएनएम को अपात्र किया जा रहा है।जब सरकार पूर्व में 10 वी पास महिलाओं को ही महिला बहुद्देशीय कार्यकर्ता एएनएम के लिए पात्र मानकर प्रशिक्षण दिया जा रहा था तो जीव विज्ञान होना अनिवार्य की शर्त क्यों राखी जा रही है जब सरकार पूर्व में 18 माह का ही प्रशिक्षण देने का प्रावधान रखा गया था तो 2 वर्ष का प्रशिक्षण का प्रमाण पत्र क्यों मांग रही है इससे सरकार की मंशा पुरानी संविदा एएनएम के साथ धोखा देने की समझ में आ रही है l सरकार के इन निर्णय के विरोध में सभी एएनएम कलेक्टर को ज्ञापन दिया और मांग की गई है की सरकार उन्हे स्थाई नियुक्ति में आ रही बाधा को दूर करते हुए नियमों में संशोधन कर स्थाई नियुक्ति प्रदान करे।