पर्यावरण के संरक्षण और सुरक्षा के लिए युवाओं व बच्चो ने बनाई पृथ्वी सेना….

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दैनिक रेवांचल टाइम्स – पर्यावरण का संरक्षण जरुरी है ये कहने की बात नहीं है बल्कि इसे समझना जरूरी है इसके लिए जिले के चांदपुर गांव के युवाओं व बच्चों ने मिलकर एक टीम बनाई है जिसे पृथ्वी सेना का नाम दिया गया है। पृथ्वी सेना ने गाँव को हरा भरा रखने का बीड़ा उठाया है। जंगल और जीव जंतु हमारे ईको सिस्टम का हिस्सा हैं ऐसे में इनका संरक्षण बेहद अहम माना जाता है। मानव जीवन के लिए इनका होना बेहद जरुरी है लेकिन आधुनिकता के इस दौर में ईको सिस्टम को काफी नुकसान हो रहा है। जंगल सिमट रहे हैं ऐसे में जीव जंतुओं की संख्या भी कम होने लगी है साथ ही जलस्तर भी काफी गिरता जा रहा है लेकिन चांदपुर गांव के युवा पर्यावरण के महत्व को समझते हैं और यही वजह है की इन लोगों ने पर्यावरण को बचाने हेतु पृथ्वी सेना का निर्माण किया है
विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर पृथ्वी सेना के द्धारा पौधारोपण कर ग्रामीणों को पर्यावरण संरक्षण के लिए जागरूक करने का काम किया जा रहा है। दरअसल चांदपुर के आसपास के ग्रामों में जलसंकट की भयावह स्थिति को देखते हुए गांव के युवाओं ने पर्यावरण की सुरक्षा एवं संरक्षण करने पांच साल पहले एक टीम बनाई जिसे पृथ्वी सेना का नाम दिया। पृथ्वी सेना ने पहले साल में ही सैंकड़ों पौधे लगाये थे जो अब पेड़ बनकर लहलहा रहे हैं। पृथ्वी सेना में गांव के ही करीब 25 युवा समेत छोटे छोटे स्कूली बच्चे भी शामिल हैं जिनके द्धारा न सिर्फ पौधे लगाये जाते हैं बल्कि पौधों की सुरक्षा के लिए फटे पुराने कपड़ों एवं लकड़ियों को एकत्र कर जुगाड़ से ट्री गार्ड तैयार कर सिंचाई आदि का भी ध्यान रखा जाता है। ख़ास बात यह है पृथ्वी सेना के द्धारा ज्यादा से ज्यादा पीपल व बरगद के पौधे लगाये जाते हैं क्योंकि ग्रामीण इलाकों में पीपल व बरगद के पेड़ को देवतुल्य माना जाता है लिहाजा ग्रामीण उन्हें नुकसान नहीं पहुंचाते हैं इसके अलावा पीपल व बरगद में ऑक्सीजन की प्रचुर मात्रा पाई जाती है जिसको ध्यान में रखकर भी पीपल व बरगद के ही पौधे लगाए जाते हैं। हैरान करने वाली बात यह है की सरकारी मदद लिए बिना आपस में चंदा जुटाकर पृथ्वी सेना का अभियान निरंतर जारी है। पौधारोपण के अलावा जंगलों की सुरक्षा करने में भी पृथ्वी सेना विशेष भूमिका निभाती है।

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