कार्तिक पूर्णिमा पर बन रहे ये शुभ योग, दान करने पर मिलेगा 100 गुना ज्यादा फल, लक्ष्मी मां भरेंगी झोली
कार्तिक पूर्णिमा का हिंदू धर्म में खास महत्व है. इस खास दिन श्री नारायण की पूजा तो की ही जाती है. साथ ही साथ महादेव को भी पूजा जाता है. हिंदू पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, भगवान शिव ने त्रिपुरासुर नाम के दैत्य का खात्मा करके देवताओं को उसके आतंक से मुक्त कराया था.शास्त्रों में भी इस दिन की महत्वता के बारे में बताया गया है.
बताया जाता है कि इस दिन गंगास्नान, पूजापाठ और दानपुण्य करने से तमाम कष्ट दूर होते हैं. इसके अलावा पिछले जन्मों के भी पाप खत्म हो जाते हैं.
लेकिन इस बार की कार्तिक पूर्णिमा कुछ खास है. इस दिन दो बेहद शुभ संयोग बने हैं. इन योग में अगर आप पूजा करते हैं तो हर काम में कामयाबी आपके कदम चूमेगी और विशेष पुण्य मिलेगा.
बनेंगे ये शुभ योग
अब जान लीजिए कार्तिक पूर्णिमा पर कौन से शुभ योग बनेंगे. इस दिन मंगल और चंद्र एक-दूसरे की राशि में रहेंगे, जिससे राशि परिवर्तन योग बनेगा. इसके अलावा बुधादित्य और गजकेसरी राजयोग भी बन रहा है. शश राजयोग भी इस दिन शुभ संयोग बना रहा है. दरअसल शनिदेव अपनी राशि कुंभ में मार्गी होने जा रहे हैं. ऐसे में इन शुभ योगों में किया गया दान 100 गुना फल देगा और आपके पैसों की तंगी दूर होगी.
अब इस दिन पूजा का शुभ मुहूर्त क्या है, आपको वो बताते हैं. पंचाग के मुताबिक, कार्तिक पूर्णिमा की शुरुआत 15 नवंबर को सुबह 6 बजकर 19 मिनट से होगी और 16 नवंबर को सुबह 2 बजकर 58 मिनट पर खत्म हो जाएगी. दान करने के लिए शुभ मुहूर्त 4 बजकर 58 मिनट से लेकर 5 बजकर 51 मिनट तक रहेगा. इसके अलावा भगवान सत्यनारायण की पूजा करने का वक्त 6 बजकर 44 मिनट से 10 बजकर 45 मिनट तक होगा.
क्यों करनी चाहिए सत्यनारायण भगवान की पूजा
भगवान सत्यनारायण की पूजा करने का कार्तिक पूर्णिमा के दिन विशेष महत्व पद्म पुराण में बताया गया है. इस दिन जो भी अपने घर में भगवान सत्यनारायण की पूजा करवाता है, उसके घर से नकारात्मतक ऊर्जा खत्म होती है और घर की शुद्धि होती है. इसके अलावा सत्यनारायण भगवान की पूजा करवाने से ग्रहों की दशा भी ठीक होती है और पैसों की तंगी भी दूर हो जाती है. माता लक्ष्मी भगवान सत्यनारायण की पूजा के खुश होकर भक्तों को कामयाबी देती हैं.