दुगनी कीमत पर बेचे जा रहे हैं स्टाम्प मंडला मुख्यालय में जिम्मेदार है मौन..

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रेवांचल टाइम्स – मंडला, जिले की बात की जाए तो यहां भ्रष्टाचार गबन कमीशन खोरी अपने चरम पर है ज्यादा धन कमाने के लालच में सही गलत कुछ भी नही दिखाई नही दे रहा बस अपनी तिजोरी भरने में लगे है, औऱ इस जिले में जिसकी लाठी उसकी भैंस के तर्ज में काम चल रहा है इनको न तो जिला प्रशासन का भय नज़र आ रहा और न ही अपने वरिष्ठ अधिकारियों का औऱ नियम कायदे तो दूर दूर से नही गुजरते हैं कानून का ना तो डर है ना ही किसी अधिकारी का दबाव जैसा जिसको जैसा लगता है वैसा कर रहा है


ऐसा ही मामला कोट कचहरी सहित पूरे मुख्यालय में स्टाम्प बेचने वालों ने तो दुगने तिगने दामों में स्टाम्प बेच रहे है और ये सब रजिस्टार अधिकारी को पता है कि आम लोगो को स्टाम्प कितने में मिल रहा हैं पर सब जानकर भी अनजान बने बैठे हुए है या कहे कि कम समय में ज्यादा कमाई का जरिया बन कर रह गया और खुलेआम कमीशन खोरी की जा रही दूरदराज से अपना कार्य के लिए कोट कचहरी तहसील में बैठे स्टाम्प वेंडरो ने लोगो को लूटने का नया तरीका ढूंढ निकाला है और अगर कुछ कहो तो उनका कहना होता है कि हमे भी आसानी से स्टाम्प नही मिलता है ऊपर ज्यादा कमीशन देना पड़ता है हम क्या करे दो पैसे के लिए हम भी सड़क किनारे स्टाम्प बेच रहे और लेना हो तो लो नहीं तो आगे बढ़ो समय खराब न करो
ऐसा ही एक मामला सामने आया है जहाँ पर स्टाम वेंडर जो कि अपने आप को दिलीप जैन नाम बताते हैं इनके द्वारा खुलकर ₹10 के स्टांप ₹20 में 50 का 60 में 100 का 110 में बेचा जा रहा है इस बारे में जब इनसे से पूछा गया कि 10 का स्टाम ₹20 में क्यों बेच रहे हो तो इनका कहना था कि हमारे पास से इसी कीमत में स्टांप मिलेंगे लेना हो तो लो नहीं तो आगे जाओ फोकट में हमारा टाइम बर्बाद मत करो जब इस बारे में पुनः विरोध किया गया तो इनका कहना था कि हमें भी ऊपर पैसे देना पड़ता है तब कहीं जाकर स्टांप मिलते हैं अभी 10 का स्टाम्प मेरे अलावा और किसी के पास नहीं है क्योंकि जो ऊपर पैसे देता है उसी को₹10 के स्टांप मिलते हैं इसीलिए हम ₹10 का स्टांप बीस में बेंच रहे हैं आपको जहां लगे मेरी शिकायत कर सकते हैं आपसे निवेदन है कि मेरा टाइम बर्बाद ना करें जब इस बारे में रजिस्टार कार्यालय पंजीयक को अवगत कराया गया तो उनका कहना था कि आप शिकायत कर दीजिए मैं देख लूंगा अब शिकायत भी कर दी गई है देखना यह है कि स्टांप वेंडर सही बोल रहा है या पंजीयक साहब क्या इस वेडर के ऊपर कार्रवाई होगी या इन्हें अभय दान दे दिया जावेगा।
इनका कहना है कि
मेरे द्वारा दिलीप जैन वेंडर से 10 रु के सात स्टाम्प खरीदे गए जिसका डिजिटल भुगतान 140 रू का भुगतान किया गया है जिला रजिस्टार पंजीयक अधिकारी को लिखित शिकायत भी गई है स्टाम्प 10 रुपये का 15 रुपये से 20 रूपये तक लोगो से अबैध तरीके से वसूल रहे हैं कोई कुछ नही कर रहा हैं।
संदीप चतुर्वेदी

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