रेवांचल की खबर के बाद बौखलाया भ्रष्ट जनपद पंचायत सीईओ बिछिया विनोद मरावी, पोल खुलते ही कर्मचारियों को दे रहा धमकी
मेट घोटाला में जनपद पंचायत सीईओ बिछिया में जांच में गबन हुआ सिद्ध वही नैनपुर जनपद पंचायत में हुआ जम कर मेट घोटाला अधिकारी नही कर रहें है। जांच
दैनिक रेवाचल टाइम्स – मंडला, इन दिनों आदिवासी बाहुल्य जिले में तरह तरह के घोटाले, ग़बन, भ्रष्टाचार सामने आ रहे हैं जो सुन रहे वह दंग हो रहे है कि ऐसे कैसे हो सकता है पर मंडला जिले में ये सब आम बात हो चुकी है। औऱ जब मामले सामने आते है तो केवल उन्हें दबाने के लिए जाँच का झुनझुना पकड़ा दिया जाता हैं और जाँच होती भी पर कार्यवाही नही होती है केवल कागज़ों का पेट भर उसे धूल खाने रख दिया जाता हैं।
मंडला जिले से प्रकाशित दैनिक रेवांचल टाईम्स समाचार पत्र इन दिनों इन भ्रष्ट घोटालेबाजों की ख़बरे लगातार प्रकाशित कर इनके द्वारा किये कृत्य को जनता और जिला प्रशासन के सामने ला कर रख रहा है जिससे भ्रस्टो अधिकारी कर्मचारी औऱ जनप्रतिनिधियों की बौखलाहट नजर आ रही है और वह अब अपने ही अधीनस्थ कर्मचारी पर अपना गुस्सा निकाल रहे हैं।
ऐसे ही एक मामला प्रकाश में आया है जहाँ पर रेवांचल समाचार में प्रकाशित नगर परिषद भुआ बिछिया में हुए भ्रष्टाचार ग़बन घोटालेबाजों की ख़बर जो एक कर्मचारी को टेक करके लिखना भारी पड़ गया और जनपद पंचायत भुआ बिछिया के मुख्य कार्यपालन अधिकारी को यह भय सताने लगा कि कही जो नगर परिषद में हुआ वह जनपंच पंचायत में न हो जाये आक्रोशित मुख्य कार्यपालन अधिकारी ने रेवांचल की ख़बर को टेक कर व्हाट्सएप ग्रुप में अपनी मन की बात लिखी जिसको लेकर बौखला गए और अपने चेंबर में बुलाकर उस कर्मचारी को अपना धौस जमा कर उसे तरह तरह की बातें की उनका केवल टेक कर लिखने में ही विनोद मरावी का गुस्सा सातवें आसमान में हो गया जैसे तैसे उस छोटे कर्मचारी ने छमा माँग के चेंबर से बाहर आये और जाकर थाने में विनोद मरावी की शिकायत कर दी साथ ही अपने बरिस्ट अधिकारियों को सूचना दी।
वही अगर सूत्रों की माने तो जनपंच पंचायत भुआ बिछिया के सी ई ओ साहब को भी अब किये गए भ्रष्टाचार का भय सताने लगा है, जहाँ एक तरफ सरकार भ्रष्ट और भ्रष्टाचार को मिटाने के लिए सरकार अथक प्रयासों में लगी हुई है वही एक और प्रदेश के मुखिया भ्रष्टाचार का अंत करने के लिए हर संभव प्रयासरत हैं। वहीं भ्रष्टाचार हावी होते नजर आ रहा है जिसमें कुछ जिम्मेदारों की भी पूर्ण सहभागिता नजर आ रही है। जिसके चलते भ्रष्टाचार चरम सीमा पर है। वहीं दुसरी ओर जिम्मेदारों का संरक्षण इस बात को दर्शा रहा है। कि कैसे भ्रष्टाचार पर अपनी मोहर लगाते हुए अपने और अपने चाहेतो की जेब भर रहे है, जहाँ शासकीय राशियों का ग़बन घोटाले कर अपने पद का दुरुपयोग करते हुए अपने और अपने चाहतों को लाभ दिलाने की मंशा से भरपूर भ्रष्टाचार करने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। वहीं दूसरी ओर दैनिक रेवांचल टाइम्स समाचार पत्र भ्रष्टाचार ग़बन, घोटालेबाजों, को लेकर निरंतर खबरों का प्रकाशन कर रहा है एवं आम जनता के बीच सच्चाई के साथ पारदर्शिता एवं सचाई के दर्पण के साथ आम जनता कि आवाज बनकर भ्रष्टाचार को मिटाने के लिए प्रयास कर रहा है। जिसके चलते जिले के समस्त विभागों में हड़कंप मचा हुआ है। कि कब किसका भ्रष्टाचार उजागर हो जाए। भ्रष्ट भ्रष्टाचारी अधिकारी अपने आप को बचते नजर आ रहे हैं। भ्रष्ट और भ्रष्टाचारी अधिकारियों द्वारा भ्रष्टाचार की चरम सीमा लंग बखूबी अपने भ्रष्टाचार को दे रहे हैं अंजाम। मगर जिला प्रशासन सिर्फ खाना पूर्ति करने में लगा हुआ है।
मामला क्रमांक 01
इसी तर्ज में मामला सामने आया है, वर्तमान बिछिया जनपद सीईओ विनोद मरावी द्वारा खबर के प्रशासन को लेकर तिलमिलाहट एवं बौखलहाट देखने को मिली आपको बता दें कि पूर्व में भी विनोद मरावी के ऊपर निरंतर अनीयमिताओं और भ्रष्टाचार घोटाले को लेकर उनके कार्यकाल में विभिन्न तरह के आरोप लग गए हैं एवं सिद्ध भी हुए हैं । जिसके चलते पूर्व में विनोद मरावी नैनपुर जनपद सीईओ का कार्यकाल संभाल रहे थे । जिसमें करोड़ों के भ्रष्टाचार सिद्ध हुआ था । हाल ही में अभी जनपद पंचायत बिछिया में अपनी सेवा दे रहे हैं जिसकी चलते उनके द्वारा भ्रष्टाचार की खबर को लेकर बौखलायापन भरा हुआ है एवं कहीं उनके भ्रष्टाचार उजागर ना हो जाए इस तर्क में अपने आप को बचाने का हर संभव प्रयास कर रहे हैं। वही ग्राम पंचायत सिझौरा में बंद पड़े कूप निर्माण कार्य मे मिस्त्रियों के नाम से जनपद स्तर से सीईओ एवं लेखाधिकारी के सयुक्त हस्ताक्षर से हुए फर्जी भुगतान मामले की शिकायत सचिव एव रोजगार सहायक ने लिखित में की थी। उस फर्जी भुगतान मामले को लगातर प्रमुखता से रेवांचल टाइम्स समाचार पत्र में प्रकाशित किया। इस फर्जी भुगतान मामले में दो माह बाद भी कोई कार्यवाही न होने पर पुनः 24 मई के अंक में शीर्षक “दो माह बीतने के बाद भी कूप निर्माण में हुए फर्जी भुगतान मामले में नही हुई दोषियो पर कार्यवाही” खबर प्रकाशित की। जनपद स्तर से हुए इस फर्जी भुगतान मामले में हुआ भ्रष्टाचार जन-चर्चा का विषय बना हुआ है।
घोटाला में कर्मचारी को सच लिखना पड़ा मंहगा
वही इस मामले को लेकर जनपद पंचायत बिछिया में ही तकनीकी विभाग आरईएस के बाबू शिव यादव जिनका मूल पद टाइम कीपर है। उन्होंने भी 14 मई को एक व्हाट्सएप ग्रुप में नगर परिषद भुआ बिछिया में हुए भ्रस्टाचार में हुई अधिकारियों पर एफआईआर की तर्ज पर बिछिया जनपद पंचायत अंतर्गत सिझौरा में हुए भ्रस्टाचार में संलिप्त कर्मचारियों के ऊपर भी कार्यवाही के साथ पूरे जनपद स्तर में जांच कर दोषियो के ऊपर कार्यवाही हेतु अपने विचार रख दिए। जिसकी जानकारी विनोद मरावी सीईओ जनपद पंचायत बिछिया को लगी और आरईएस के बाबू शिव यादव को सीईओ साहेब ने 30 मई को अपने चैम्बर में तलब कर लिया। सीईओ साहेब के चेम्बर में क्या हुआ, उसकी क्या सच्चाई है, ये तो केवल वहां उपस्थित कर्मचारियों को ही मालूम है। परंतु आरईएस के बाबू शिव यादव ने 30 मई को ही लिखित में सीईओ जनपद पंचायत बिछिया विनोद मरावी के खिलाफ़ अपमान जनक शब्दो के साथ गाली गलौच, जान से मारने की धमकी एवं तत्काल आफिस से बार निकलने जैसे गंभीर आरोपो के तहत थाना बिछिया में शिकायत दर्ज करवा दी है। उसकी प्रतिलिपि भी उच्च अधिकारियों को जांच करने निवेदनात्मक सूचना के तहत भेज दी है। जिस पर बिछिया पुलिस ने मामले में कार्यवाही करते हुए शिव यादव को धारा 160 जा. फ़ौ. के तहत नोटिस भेजा है। मगर सच्चाई को कोई नही दबा सकता है।
मामला क्रमांक 02
वही सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार वर्तमान में सीईओ विनोद मरावी दो जनपद पंचायतों में सेवा दे रहे है। जहाँ पर सरकारी योजनाओं में कमीशन लेते हुए करोड़ों का मॉल समेट रहें है। क्योंकि विनोद मरावी जिस भी जनपद में रहें है। उनके द्वारा अपने पद का दुरुपयोग कर लाखों करोड़ों का भ्रष्टाचार, ग़बन,घोटाला किया गया है। मगर प्रशासन उनको क्यों माफ करता है। या अधिकारियों किस तरह की साठ गाठ है। जिसके कारण कोई कार्यवाही नही होना सवाल खड़ा करती है। वही विनोद मरावी अधिकारियों में दबंगता और घोटाले बाज की छवि के लिए जाने जाते है। मगर जिला प्रशासन इन पर कार्यवाही क्यों नहीं करता है। दिनों दिन जनचर्चा का विषय के साथ साथ सवाल खड़ा होता जा रहा है। कि पूर्व में भी मुख्य कार्यपालन अधिकारी विनोद मरावी के ऊपर निरंतर अनीयमिताओं और भ्रष्टाचार को लेकर उनके कार्यकाल में विभिन्न तरह के आरोप लग चुके हैं औऱ मीडिया की सुर्खियों के साथ साथ उन आरोपों पर आरोप सिद्ध भी हुए हैं । विनोद मरावी नैनपुर जनपद सीईओ का कार्यकाल संभाल रहे थे । उनके कार्यकाल में करोड़ों के भ्रष्टाचार ग़बन घोटाले के मामले को जाँच एजेंसियों ने सिद्ध कर चुकी है। औऱ इनके किये हुए भ्रष्टाचार की गाज इनके अधीनस्थ छोटे कर्मचारी शिकार हुए हैं और ये भ्रष्टाचार की खबर को लेकर बौखलायापन भरा हुआ है एवं कहीं न कही उनके भ्रष्टाचार उजागर ना हो जाए इस तर्क में अपने आप को बचाने का हर संभव प्रयास कर रहे हैं। इनके ही कार्यकाल में नैनपुर में मेट घोटाला हुआ है। जिसकी शिकायत की जा चुकी है। मगर रसूखदार और जिम्मेदार सीईओ की शिकायत होने पर भी जांच को गोलमोल किया जा रहा है।
मामला क्रमांक 3
भुआ बिछियां जनपद में मुख्यमंत्री कन्यादान योजना में जमकर किया घोटाला… ये है पूरा मामला
वही सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार वर्ष 2023 में जनपद पंचायत भुआ बिछिया में मुख्यमंत्री कन्यादान योजना में जम कर भ्रष्टाचार किया गया और उस मामले में भी जाँच पर कार्यवाही किस पर हुई कौन है दोषी ये आज भी रहस्य बना हुआ हैं।
वही कन्यादान योजना में वर वधु को मिलने वाली सरकारी सहायता राशि का चैक वधु पक्ष को मिलाना था। मगर ग्राम पंचायत सचिव सरजू धुर्वे ने स्वीकार किया की वर वधु पक्ष विवाह योजना शामिल नही हुआ था। और सीईओ विनोद मरावी और जनपद पंचायत अध्यक्ष सकुना उईके ने चैक वर वधु के नाम पर कटवा लिया था। और चैक बैंक मे भी जमा हो गया। पर जब हमने बिछिया सीईओ विनोद मरावी से जानना चाहा तो बात करने साफ मना कर दिया और फोन कट कर दिया। क्योकि सीईओ विनोद मरावी की जनपद पंचायत नैनपुर मे सरकारी सहयता राशि की करोडो घोटाला हुआ है। वही फर्जी वर वधु के नाम पर निकले गए चैक प्रकरण मे सूक्षता से जाँच होनी चाहिए और जो वर वधु को सरकार से समान दिया जाना था वह एक दम घटिया था जो साड़ी वधुओं को दी गई वह कुछ तो फटी हुई निकली एक जिम्मेदार अधिकारी कर्मचारी औऱ जनप्रतिनिधियों को ऐसा कृत्य करने में जरा भी शर्म नहीं आई इन जैसो पर तो अपराध भी दर्ज होना चाहिए ऐसी जनमांग होती नजर आ रही है।
वहीं जनपद पंचायत बिछिया की अध्यक्ष कन्या दान योजना के हितग्राही को राशि ना देकर स्वयं उस का चैक जनपद बिछिया से अधिकारियों से लेकर बैंक में ले जाकर जमा कर दिया, जबकि जिस जोड़े को सरकारी राशि मिली उसे पता तक नहीं। यह मामला ग्राम पंचायत राता का है, जहा सोनिया पिता रतन मसराम के साथ यह धोखाधाड़ी की गई। जब जनकारी ली गई तो उस ने बताया की मेरी बेटी की शादी तो मेरे द्वारा घर ग्राम राता से किया गया हैं। मगर मुझे जानकारी नहीं है। की पैसे किसने निकले है। और फिर राशि वापस कर अपने आप को साफ पाक बतला दिया इस मामले की भी जॉच हुई पर वह भी आज धूल ख़ा रही दोषियों पर कोई कार्यवाही नही हुई जिस कारण से आज उनके हौसले बुलंद है और आज भी सरकारी योजनाएं जो जनकल्याणकारी जनहितकारी है उनमें जब कर घपलेबाजी की जा रही हैं और इन भ्रष्ट अधिकारियों कर्मचारियों और जनप्रतिनिधियों को जल्द ही जांच नही की जाती है औऱ इनके ऊपर शक्त कार्यवाही नही की जाती है वह दिन दूर नही जब सारी की सारी योजनाओं को हड़प लेंगे और डकार भी नही लेगे जनपेक्षा है कि ऐसे भ्रष्टाचारी पर जिला प्रशासन ठोस कदम उठाए ओर इन्हें सालाखों के पीछे भेजे जिससे अन्य भ्रस्टो को भी सबक मिल सकें
मामला क्रमांक 4
वही सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार जब से जनपद पंचायत भुआ बिछिया में मुख्य कार्यपालन अधिकारी बतौर विनोद मरावी जी ने पद ग्रहण किया उसके कुछ दी दिनों के पश्चात से ग्राम पंचायतों में मनरेगा योजना, बस्ती विकास योजना, विधायक निधि, औऱ अन्य योजनाएं में ग्राम पंचायत निर्माण एजेंसी तो है पर वह निर्माण कार्य नही करा पा रही अधिकांश पंचायतों में खुल्लमखुल्ला ठेकेदारी प्रथा चल रही और जनहितकारी कार्यो को केवल खानापूर्ति कर के बना गुणवत्ता के कार्य कराकर सरकारी धन में लूट मचा रखी हुई और कुछ पंचायतों में कार्य हुए ही नही है कागज़ों में सब कुछ बना कर खेत तालाब जैसी योजनाओं में बंदरबांट मचा दी है और राशि निकाली और हितग्राहियों को पता ही नही है कि उसके खेत मे खेत तालाब बना है ऐसे अनेकों अनेक भ्रष्टाचार ग़बन घोटाले के कार्यनामे जनपद पंचायत भुआ बिछिया में चल रहे है और जिम्मेदार अपना अपना हिस्सा ले कर मौन व्रत कर रहें है।
बिछिया पुलिस ने लिया ममाला संज्ञान….
उक्त सम्बंध में बिछिया पुलिस ने मामले में कार्यवाही करते हुए शिव यादव को धारा 160 जा. फ़ौ. के तहत नोटिस भेजा है।
इस संबंध में इनका कहना है कि…..
मेरे द्वारा उक्त मामले में संबंधित सभी विभाग को एवं पुलिस के समक्ष शिकायत की गई है एवं वर्तमान बिछिया जनपद सीईओ विनोद मरावी द्वारा मेरे साथ अभद्रता की गई है ।जिसके चलते मैंने संबंधित सभी विभाग को एवं पुलिस प्रशासन को लिखित शिकायत कर अवगत कराया है।शिकायतकर्ता
बाबू शिव यादव
वही जब रेवांचल की टीम ने जनपद पंचायत भुआ बिछिया / नैनपुर के मुख्य कार्यपालन अधिकारी विनोद मरावी से उनका पक्ष जानना चाहा तो उन्होंने फोन अटेंड ही नही किया इसलिए उनका पक्ष नहीं रख सकें।