जनकल्याण पर्व के तहत विभिन्न प्रकार की गतिविधियों का संचालन
डिंडोरी, 11 दिसंबर—जनकल्याण पर्व के तहत जिले में जनहितकारी योजनाओं का लाभ शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों के आमजन तक पहुंचाने के लिए विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया जा रहा है। इस पर्व का उद्देश्य समाज के सभी वर्गों तक सरकारी योजनाओं और सेवाओं की सुगमता सुनिश्चित करना है।
शिविरों का आयोजन और योजनाओं का लाभ
जनकल्याण पर्व के अंतर्गत शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में शिविरों का संचालन किया जा रहा है। इन शिविरों में विभिन्न विभागों द्वारा हितग्राही मूलक योजनाओं की जानकारी दी जा रही है और पात्र नागरिकों को तत्काल लाभ प्रदान किया जा रहा है।
इस क्रम में, मुख्यमंत्री जनकल्याण अभियान के लक्ष्यों की पूर्ति के लिए सीईओ जिला पंचायत अनिल कुमार राठौर ने सभी संबंधित विभागों को आवश्यक निर्देश जारी किए हैं। जिला पंचायत सभागार में आयोजित एक प्रशिक्षण सत्र में अधिकारियों को ‘सीएम हेल्पलाइन पोर्टल’ पर आवेदनों की प्रविष्टि और समाधान की प्रक्रिया समझाई गई। यह पोर्टल जनकल्याण अभियान के तहत आवेदनों के प्रबंधन और निराकरण में पारदर्शिता लाने का एक महत्वपूर्ण माध्यम है।
वार्ड स्तर पर शिविर और सर्वेक्षण
मुख्यमंत्री जनकल्याण अभियान के तहत आज डिंडोरी के वार्ड नंबर 2, इमली कुटी और बटौंधा विक्रमपुर क्लस्टर में विशेष शिविर आयोजित किए गए। सीईओ अनिल कुमार राठौर ने सभी विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे शासकीय योजनाओं का लाभ हितग्राहियों तक पहुंचाने के लिए घर-घर सर्वेक्षण करें। सर्वेक्षण के दौरान पात्र व्यक्तियों की पहचान कर उन्हें पंचायत स्तर पर आयोजित शिविरों में योजनाओं का लाभ दिलाया जाए।
आनंदम दीदी कैफे में विकास प्रदर्शनी
जनकल्याण पर्व के तहत आनंदम दीदी कैफे में तीन दिवसीय जनकल्याण विकास प्रदर्शनी का आयोजन किया गया है। इस प्रदर्शनी में विभिन्न शासकीय योजनाओं की जानकारी प्रदर्शित की गई है। साथ ही, पिछले एक वर्ष में जिले में हुए जनकल्याणकारी कार्यों को भी प्रस्तुत किया गया है। यह प्रदर्शनी आमजन के लिए आकर्षण का केंद्र बनी हुई है, जहां वे योजनाओं के प्रति जागरूक हो सकते हैं और लाभ प्राप्त करने की प्रक्रिया को समझ सकते हैं।
अभियान की व्यापकता
जनकल्याण अभियान के इस चरण में सभी सरकारी विभाग समन्वय बनाकर काम कर रहे हैं। अभियान का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि शासकीय योजनाओं से वंचित पात्र नागरिकों को उनका हक मिले। इसके लिए अधिकारियों और कर्मचारियों की जिम्मेदारी तय की गई है।
नागरिकों की सहभागिता और प्रतिक्रिया
जनकल्याण पर्व के आयोजनों को लेकर नागरिकों में उत्साह देखा जा रहा है। जिले के ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में आयोजित शिविरों में बड़ी संख्या में लोग भाग ले रहे हैं।
यह अभियान एक सार्थक प्रयास है, जो न केवल नागरिकों को योजनाओं से जोड़ने में मदद करेगा, बल्कि शासन और जनसाधारण के बीच की दूरी को भी कम करेगा।