दो साल पहले चोरी स्कूटी, मिली थाना कैम्पस बम्हनी में रक्षक ही बने भक्षक, आखिरकार चोर कौन…

अवैध कब्जा कर बनाया गया ढाबा को पुलिस का खुला संरक्षण अनैतिक गतिविधियों का होता है संचालन, सूत्र..

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दैनिक रेवांचल टाइम्स – मंडला जिले में अजीब गरीब मामले सामने आ रहे है, जिले की खाकी पर एक बार फिर आरोप प्रत्यारोप का दौर चल रहा हैं। औऱ जैसे ही मामला तूल पकडने लगा तो पुलिस और पुलिस के दलाल भी सक्रिय हो गए, जहाँ पर दो साल पहले खटिया थाना अंतर्गत एक स्कूटी चोरी हो गई जिसकी शिकायत स्कूटी मालिक के द्वारा थाने में लिखित आवेदन 19/05/2022 को दिया गया वह स्कूटी को खटिया पुलिस नहीं ढूंढ पाई पर अचानक से कुछ माह वाद वह स्कूटी बम्हनी थाना सरकारी परिसर में रखी हुई दिखाई पड़ती है और वह स्कूटी को सरकारी कर्मचारी प्राइवेट या सरकारी कार्य मे उपयोग ला रहे है और उस बेनामी चोरी की स्कूटी से बम्हनी पुलिस के कर्मचारी के साथ साथ कुछ प्राइवेट जो थाने के लिए कार्य करते है अनुचित तरीके वह भी उस स्कूटी को चलाते हुए नज़र आये और उन्हें स्थानीय लोगो ने देखा है।

चोरी की स्कूटी मिली बम्हनी के थाना परिसर में,

वही सूत्रों से प्राप्त जानकारी कर अनुसार मोचा से हुई थी दो साल पहले चोरी बम्हनी बंजर थाना में मिली जांच जारी बिना नंबर की मिली स्कूटी नैनपुर पुलिस अनुभाग नैनपुर का थाना बम्हनी वैसे भी विवादो से गहरा नाता रहा है इस बार ऐसा घटना क्रम सामने आया है। की पूरी थाना की साख दांव पर लग गई है। एक और मंडला जिले को सुलझे हुए औऱ कर्त्तव्य निष्ठ ईमानदार छवि के पुलिस अधीक्षक के रूप में रजत सकलेचा जनता के बीच जाने जाते है, जो साफ तौर पर साफ शब्दो में बोल रहे है की जनता अपराध और अपराधी से दूर रहे वही एक नया घटना क्रम निकल के आया है जिसके पूरे प्रमाण हमारे पास ये है,

दो साल पहले चोरी की शिकायत हुई खटिया थाने में

वही मामला थाना बम्हनी बंजर निवासी मुरली मनोहर पिता गन्नू झोड़े जो की थाना खटिया पुलिस अनुभाग नैनपुर के पशु चिकित्सालय मोचा में पदस्थ हैं। इनकी स्कूटी क्रमांक MP 51 SB 3317 मैटेलिक गै जो की 2 बजे लगभग मोचा से पशु चिकित्सालय के सामने से 19.5.2022 को चोरी हो गई थी और तलाश करने पर नही मिली जिसकी शिकायत थाने में कर दी गई थी पर वही स्कूटी अचानक से बिना नंबर के बम्हनी बंजर में घूम रही थी और इस गाड़ी का 7 माह लगभग से थाना कैम्पस में आना जाना था और एक सिपाही के साथ साथ एक थाना कैम्पस से लगा होटल के संचालक जो की थाना मे निजी गाड़ी चलाता है चला रहा था उसे लोगो चालते हुए देखा गया है।

चोरी की गई स्कूटी शक के आधार पर मिलाया चेचिस नम्बर

वही जानकार बता रहे है कि जो स्कूटी मोचा से चोरी हुई इस स्कूटी की चोरी के बाद जब कुछ लोगो को शक हुआ औऱ चेचिस नंबर से इस गाड़ी का मिलान किया तो स्कूटी खुशी पिता मुरली मनोहर झोड़े के नाम से निकली। तो होश उड़ गए औऱ इस सम्बंध में जिम्मदारों ने मुकी साध ली कोई भी कुछ बोलने को तैयार नहीं हैं।

जानकारी मिलने में खटिया थाना प्रभारी भी मौके कर आकर कर चुके है शिनाख्त

अब बड़ा सवाल है कि जानकारी लगने पर थाना प्रभारी विमल वासूकी ने वीते दिनों में बम्हनी बंजर थाना में खड़ी इस गाड़ी को सूचना के बाद चेचिस नंबर मिलाया तो वह भी दंग रह गए कि ये वही स्कूटी है जो मोचा से चोरी हुई थी ये गाड़ी खुशी झोड़े के नाम निकली इस वक्त बम्हनी बंजर थाना प्रभारी वर्षा पटेल भी थी। इस गाड़ी को थाना में ही रखा दिया गया है। अब उच्च अधिकारी से मार्ग दर्शन लिया जा रहा है, औऱ अब अपनी शाक औऱ छवि बचाने तरह तरह से तथ्य सामने आ रहे कि अब जो पुलिस जनता के लिए कार्य करती थी अब जनता को क्या सफाई देके अपने आप को बचा पायेगी ऐसे भी जिले के थानों चौकीयो में पदस्थ अधिकारी कर्मचारी की छवि धूमिल हो चुकी कभी सट्टा, जुआ, रेत चोरो तो कभी डोलोमाइट के तो कभी अबैध शराब माफियाओं को संरक्षण देने के मामले में, पर इस चोरी की स्कूटी के मामले में थाना प्रभारी बम्हनी बंजर का अपना अलग अलग मत है

चोरी की स्कूटी से की जाती थी अबैध बसूली रेत शराब जुआ सट्टा के पैसे लेने जाने का किया जाता था उपयोग

वही प्रत्यक्षदर्शियों ने बतलाया कि विगत सात आठ माहों ये स्कूटी को पुलिस के कर्मचारी औऱ पुलिस परिसर से लगे होटल जो पुलिस विभाग के काफी नजदीक माने जाने वाले संचालक और उनके बेटे जो समय समय में थाना प्रभारी की गाड़ी चालते है और जो काम थाने में नही किया जाता है वह इस होटल में किया जाता रहा है, औऱ चोरी की स्कूटी आये दिन नगर में घूमती नजर आती थी और अब जब स्कूटी के मालिक ने औऱ थाना खटिया ने शिनाख्त कर ली है कि ये वही स्कूटी है जो चोरी हुई थी तो अब पुलिस जो राग अलाप रही है, और जो सूत्र बताते हैं की कोई इस स्कूटी से दारू ढुल रहा था और गाड़ी छोड़ के भाग गया तो ये थाना लाया गया हैं बड़ी बिडम्बना है।

दो साल से चोरी स्कूटी को बम्हनी थाना का स्टाप चला रहा हैं औऱ

वही सूत्रों का कहना है कि जबकि ये गाड़ी 2 साल से ज्यादा हो गई चोरी हुई और 7 माह से एक सिपाही जो थाना मे पदस्थ हैं और होटल रंजीत डहरिया जिसकी थाना दीवार से लगी चाय दुकान है जिस पर रेत माफियाओं औऱ अन्य अबैध कारोबारियों के होटल मे आये दिन जमाबड़ा लगा हुआ देखा जा सकता है और उल्टा पुलिस भी पूरी लोकेशन रेत माफिया को दी जाती है रेत माफिया के गुर्गों से महीना बंदी का लेन देन यही से संचालित होता है । पब्लिक प्लेस में इस गाड़ी से सैकड़ो बार घूमते देखे गए है कल बैरक में ये गाड़ी मिली।

थाने में परिसर में लगे कैमरे उगल सकते है सच्चाई

वही अगर सही और गलत का पता करना है कि कौन सही है और कौन गलत तो थाना में केमरे लगे हुए है जो खुद व खुद दूध का दूध और पानी का पानी बता देंगे की ये स्कूटी कौन लाया कौन कौन उपयोग कर रहा था और इसमें कब दारू में मिली थी। सैकड़ो बार बाजार में ये गाड़ी स्टैंड में इन दोनो के पास देखी गई है। जो पिक इस के साथ आ रही है वो होटल वाले के घर की है जो वार्ड नं 13 में रहता है उसके घर मे खड़ी रही है कई बार । होटल वाले की भूमिकाहर थाना क्षेत्र में एक न एक ऐसा मिल जाएगा जो थाना और पब्लिक प्लेस से जुडा है इस होटल वाले को लेकर थाना बम्हनी बंजर में भी काफी गहरे मतभेद है ये थाना के लिए वसूली और दलाली का काम करता था पर पुलिस कप्तान को सूचना मिली शिकायत हुई तो आपके आदेश से भगा दिया गया था पर फिर वापिस आ गया इसको थाना की और से गाड़ी चलाने के लिए रखा गया है।
वही इस चोरी की स्कूटी में पुलिस कर्मियों ओर जनता के बीच तरह तरह की जनचर्चा हो रही है कि आख़िर कैसे खटिया से चोरी गई स्कूटी बम्हनी तक कैसे पहुँची कौन लाया अगर पुलिस कह रही है कि इस स्कूटी से शराब ढोई जा रही थी और वह मौके में छोड़ कर भाग गया तो क्या उसकी FIR हुई है वह कौन है जो शराब इस स्कूटी से ढोह रह था शराब कहा कि थी ढोने वाला कौन था और पुलिस उस तक आज तक क्यो नही पहुँची औऱ जो शराब इस स्कूटी में बरामद हुई थी वह कितनी थी वह कहा है औऱ क्या जो गाड़ी अज्ञात में पुलिस पकड़ती है तो क्या उसे निजी उपयोग में ले सकती है उस चोरी के सामानों को पुलिस विभाग सार्वजनिक या निजी उपयोग में ला सकता है यह बड़ा सवाल है और क्या उस चोरी हुई स्कूटी पर क्या कार्यवाही करती मालिक को वापस करेगी या फिर न्यायालय में पेश करेगी तरह तरह के सवाल सामने आ रहे है और जो आरोप पुलिसकर्मियों पर लग रहे है, वह कैसे सफाई देगी जो महीनों से सड़कों में बिना नम्बरों के चोरी की स्कूटी दौड़ रही थी अनेको ने देखा है अब वह सब कह रहे है ऐसे कैसे हो सकता हैं।
वही दूसरी और स्थानीय लोग पुलिस अधीक्षक महोदय से निवेदन कर रहै है कि इस पूरे मामले को अपने अज्ञान ले और निष्पक्ष जांच करवा जिससे कि पुलिस के ऊपर लग आरोप निराधार हो और दोषियों पर शक्त कार्यवाही की जाए ये जनपेक्षा है।
इनका कहना है कि…
मेरी स्कूटी मोचा से चोरी हुई थी जिसकी शिकायत मेरे द्वारा थाना खटिया में लिखित शिकायत मय दस्तावेज के दे दिए थे पर दो साल बीत गए पुलिस स्कूटी नही ढूढं सकी मुझे अचानक से पता चला कि मेरी जो चोरी हुई स्कूटी जो बम्हनी में चल रही है और उसे कुछ पुलिस वाले चला रहे है तो मैने पता किया और जाकर देखा वही कलर वही चेचिस नम्बर सब कुछ वही है और खटिया थाना प्रभारी ने भी इसकी मौके में जांच कर लिए पर वह स्कूटी वहां से खटिया नही लाई गई और न ही मुझे वापस दी जा रही है पता नही पुलिस की क्या मंशा है।
शिकायतकर्ता
मुरली मनोहर झोड़े
मोचा खटिया मंडला

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